
बीता हुआ साल लोगों के लिए बेहद मुश्किल रहा। लोगों का कोरोना महामारी के कारण स्वास्थ्य और स्वच्छता पर ज्यादा ध्यान केंद्रित रहा। हद से ज्यादा ध्यान केन्द्रित करना लोगों में कई तरह के भ्रम पैदा किया कि स्वास्थ्य के लिए क्या अच्छा है और क्या नहीं। इस दौरान इमम्युनिटी बढ़ाने वाली खुराक और वैकल्पिक दवाओं की मांग में तेजी से वृद्धि भी देखा गया।
विटामिन सी और जिंक से लेकर प्रोटीन सप्लीमेंट तक को, ज्यादातर कंपनियों ने लोगों को महामारी से बचने का सबसे अच्छा विकल्प के रूप में बताया। व्हाट्सएप ग्रुप चैट, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और परिवार की चर्चाएँ इमम्युनिटी को बढ़ावा देने के लिए घरेलू उपचार, व्यंजनों और काढ़ाओ से भरी रहती थीं! 2020 में सबसे अधिक चर्चित विषय “इमम्युनिटी को कैसे बढ़ाया जाए” था,यह उस बात का संकेत था कि,लोग तैयार बैठे हैं कोई भी वह उपाय या चीज को अपनाने के लिए जो उन्हें कोविड -19 से सुरक्षा प्रदान करेगा !
मौजदा समय में कोरोना के पॉज़िटिव मामलों की बढ़ती संख्या के साथ,कई वैरिएंट, और डबल म्यूटेंट ने यह साबित कर दिया है कि कोई भी सपलीमेंट और काढ़ा हमें वायरस से बचा नहीं सकता है। सावधानी,सुरक्षा,वैक्सीन और सरकारी गाइड लाईन ही उपाय है।
काढ़ा का सेवन
काढ़ा बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाली आम सामग्री में काली मिर्च, दालचीनी, हल्दी, गिलोय, अश्वगंधा, इलायची और अदरक शामिल हैं। जबकि ये सर्दियों के दौरान अच्छे उत्तेजक होते हैं, ये आइटम शरीर में अत्यधिक गर्मी पैदा करते हैं।
इनका अत्यधिक सेवन हानिकारक हो सकता है और नाक से खून आना, लगातार एसिडिटी, मुंह के छाले और काले दस्त जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है। काढ़ा बनाते समय,इसे बनाने के लिए उपयोग की जाने वाली जड़ी-बूटियों और मसालों की मात्रा के बारे में बेहद सावधानी बरतनी चाहिए, ये दीर्घकालिक प्रभाव भी पैदा कर सकते हैं!
विटामिन डी, सी और जिंक का अत्यधिक सेवन
जिंक का सेवन आमतौर पर पिछले वर्ष किया गया था। कुछ सबूत हैं कि जिंक वायरस पर अंकुश लगाने में मदद कर सकता है, लेकिन हमारे पास पर्याप्त सबूत नहीं हैं यह साबित करने के लिए कि ज़िंक का सही खुराक कितना लिया जाए। जिंक का अधिक मात्रा में सेवन करने से आपका इमम्यून सिस्टम मजबूत के बजाय, आपको डिप्रेसन हो सकते हैं। विटामिन-डी के अधिक सेवन करने पर विषाक्तता विकसित होती है ! आपके रक्त में कैल्शियम की उच्च मात्रा (हाइपरलकसीमिया) मतली, उल्टी, कमजोरी और लगातार पेशाब का कारण बन सकती है।
इमम्युनिटी बढ़ाने वाले पाउडर
बाजार में उपलब्ध अधिकांश इमम्युनिटी बढ़ाने वाले पाउडर में स्टेरॉयड हो सकते हैं। अत्यधिक स्टेरॉयड का सेवन आपकी इमम्यून सिस्टम को कमजोर कर सकता है, जिससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है!