
FDI के मोर्चे पर मोदी सरकार को बड़ा झटका लगा है। वित्त वर्ष 2022-23 में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 16.3 प्रतिशत घटकर 71 अरब डॉलर रह गया। ऐसा 10 साल में पहली बार हुआ है। यह जानकारी भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट में दी गई है। इससे पहले वित्त वर्ष 2021-22 में एफडीआई का आंकड़ा 84.8 अरब डॉलर था।
एफडीआई क्या होता है ? What is FDI
विदेशी निवेश का एकमात्र जरिया एफडीआई है। एफडीआई (What is FDI) के तहत निवेश करने वाला निवेशक उस कंपनी के प्रबंधन में कुछ शेयर खरीदता है और इस तरह उस कंपनी के प्रबंधन का सदस्य बन जाता है। किसी भी कंपनी में FDI द्वारा किया गया निवेश प्रत्यक्ष निवेश कहलाता है। इस निवेश को दीर्घकालीन निवेश माना जाता है।
FDI के तहत किया गया निवेश तभी माना जाता है जब निवेशक किसी कंपनी के कम से कम 10% शेयर खरीदता है, साथ ही निवेशक को कंपनी में मतदान का अधिकार प्राप्त होता है।