कटनी टनल हादसे में दबे सभी मजदूर निकले गए,2 मजदूरों की मौत !
कटनी अंडरग्राउंड टनल हादसे में सिंगरौली के 8 और नागपुर के 1 सुपरवाइज़र दब गए थे। हादसे में फंसे सभी मजदूरों को NDRF और SDRF के टीम द्वारा बाहर निकाल लिया गया। इस हादसे में मजदूर गोरेलाल कोल और रवि मसालकर की मौत हो गई और बाकी 7 घायल मजदूरों का उपचार चल रहा है। घटना बीते शनिवार 12-2-2022 की है।
कटनी टनल हादसे पर मुख्यमंत्री ने शोक संवेदना व्यक्त की
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कटनी के स्लीमनाबाद क्षेत्र में बरगी परियोजना में निर्माणाधीन टनल हादसे में 2 श्रमिकों की मृत्यु पर गहन शोक व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि अथक प्रयासों के बाद भी हम टनल में फँसे दो श्रमिकों का जीवन नहीं बचा सके।उन्होने दिवंगत आत्माओं की शांति और शोकाकुल परिजन को यह दु:ख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना ईश्वर से की है।
कैसे हुआ कटनी टनल हादसा ?
बरगी व्यपवर्तन परियोजना के अंतर्गत अंडरग्राउंड टनल निर्माण का कार्य ग्राम स्लीमनाबाद के पास डाउनस्ट्रीम मशीन से चल रहा था। डाउनस्ट्रीम मशीन के कटरहेड के रिपेयर हेतु ओपन शाफ्ट का निर्माण कार्य चल रहा था निर्माणाधीन शाफ्ट में दिनांक 12 दो 2022 को शाम 7:30 से 8:00 के बीच अचानक मिट्टी धंसने से Shaft निर्माण में कार्यरत 9 मजदूर मिट्टी में दब गए उक्त घटना की सूचना नर्मदा घाटी विभाग द्वारा जिला प्रशासन एवं पुलिस को तत्काल दी गई। घटनास्थल पर जिला प्रशासन के अधिकारी तत्काल उपस्थित हुए तथा बचाव कार्य शुरू किया गया।
कटनी टनल हादसे में दब गए मजदूरों के नाम।
Shaft निर्माण कंपनी के ठेकेदार द्वारा जानकारी दी गई है कि दुर्घटना के समय कुल 9 मजदूर कार्यरत थे जिनका विवरण इस प्रकार है।
इन दो मजदूरो की हुई मौत।
स्लीमनाबाद टनल हादसे में कुल 9 मजदूर दब गए थे,जिसमें से 7 मजदूर को पहले बाहर निकाल लिया गया। और रविवार 13-2-2022 की देर रात दो मजदूरों को निकालने रेस्क्यू चलाया गया।रात 12 बजे के करीब मलबे में दबे दो और मजदूर गोरेलाल कोल और रवि मसालकर को बाहर निकाला गया। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जांच के बाद चिकित्सकों की टीम ने उन्हें मृत घोषित किया।
मृतकों के परिजन को 4-4 लाख और घायलों को 50-50 हजार की सहायता
हादसे में घायल सभी मजदूरों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि और मृत हुए दोनों मजदूरों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाएगी।