हाथरस के बाद बलरामपुर रेप पीड़िता का रात में दाह संस्कार ?
02 अक्टूबर दिन शुक्रवार को देश भर में गांधी जयंती मनाई गई। और हाथरस में रेप के बाद मारी गई दलित लड़की के इंसाफ़ के लिए प्रदर्शन किया गया। वहीं दूसरी तरफ़, हाथरस से लगभग 500 किलोमीटर दूर बलरामपुर में एक दलित लड़की जिसकी मौत उसके साथ बर्बरता के बाद हो गई। उनके परिजन कुछ पुलिसकर्मियों और अधिकारियों से अपनी बेटी के लिए न्याय की गुहार लगा रहे थे।
मझौली गांव जो बलरामपुर ज़िला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर है। वहां 29 सितंबर की शाम को 22 वर्षीय दलित समुदाय की छात्रा की कथित रूप से गैंगरेप किया गया, उसे बुरी तरह से मारा-पीटा गया और अस्पताल पहुंचने से पहले ही लड़की जिंदगी से जंग हार गई।
BBC की रिपोर्ट के अनुसार मृतक लड़की के भाई के ब्यान पर पुलिस ने दो लोगों को उसी दिन गिरफ़्तार कर लिया और दो लोगों को शुक्रवार गिरफ़्तार किया। लेकिन परिजनों का आरोप है कि पुलिस जानबूझकर मामले को दबाने या रफ़ा-दफ़ा करने की कोशिश कर रही है। यही नहीं, परिजनों ने यह आरोप भी लगाया है की प्रशासन ने 30 सितंबर को रात नौ बजे ही मृत लड़की का अंतिम संस्कार करने को मजबूर किया था।
Just like in the #HathrasHorror even in #Balrampur the girl was immediately cremated in the night. Local UP journalists report the brave girl was declared dead at 9.30 pm & cremated urgently 10.30pm !
Video courtesy @JournoPrashant ! pic.twitter.com/twneHaQZYA— Tehseen Poonawalla Official 🇮🇳 (@tehseenp) September 30, 2020
एसपी देवरंजन वर्मा कहते हैं,
“परिजनों की शिकायत के आधार पर ही FIR लिखी गई है। उन्होंने पहले दो लोगों के ही ख़िलाफ़ शिकायत की थी,ये वो लोग हैं जिनके घर पर लड़की मिली थी। दोनों को गिरफ़्तार कर लिया गया है। बाद में दो और लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। और लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। “