1,200 करोड़ 12 बैंकों से लेकर एक और कंपनी ने देश छोड़ा !
अमीरा फूड्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के प्रोमोटर करण चानना और निदेशकों के खिलाफ FIR दायर की गई है। आरोप है कि कंपनी ने 12 बैंकों से 1,200 करोड़ रुपयों से भी ज्यादा का कर्ज लिया और उसे चुकाया नहीं. मीडिया में आई खबरों के अनुसार अमीरा की स्थापना 1993 में हुई थी और वो तबसे उच्च कोटि के बासमती चावल, दूसरे किस्म के चावल और अन्य कृषि उत्पादों के निर्यात का व्यापार कर रही थी।
2009 में अमीरा फूड्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी Amira Foods Private Limited ने 12 बैंकों के एक समूह से ऋण लेना शुरू किया। इनमें कनारा बैंक, पीएनबी, स्टेट बैंक,आईसीआईसीआई बैंक,यस बैंक और आईडीबाई बैंक के अलावा और भी बैंक शामिल हैं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार फॉरेंसिक ऑडिट में पाया गया था कि अमीरा इंडिया अमीरा मॉरिशस की नियंत्रित कंपनी है और अमीरा मॉरिशस का नियंत्रण है अमीरा नेचर फूड्स के पास, जो ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स में पंजीकृत है। कंपनी का मुख्यालय दुबई में है।
कंपनी के मुख्य प्रोमोटर करण चानना भारत से बाहर ही रहते हैं, लेकिन प्रबंधक निदेशक राजेश अरोड़ा, अन्य निदेशक अपर्णा पूरी और जवाहर कपूर, पूर्व निदेशक अनीता डियेंग और फाइनांस प्रमुख अक्षय श्रीवास्तव भारत में इसका परिचलान देख रहे थे। मीडिया रिपोर्ट की माने तो जब सीबीआई ने इनके ठिकानों पर रेड की तो वो वहां पर मौजूद नहीं थे। वो अभी भी लापता हैं और एजेंसी को यह शक है कि सभी आरोपी भारत छोड़ कर विदेश जा चुके हैं।
सबसे ज्यादा चौकाने वाला बात यह है कि बैंकों ने इस कंपनी के खातों को 2016 और 2017 में ही NPA(वो लोन जिन्हें चुकाया ना गया हो) की श्रेणी में डाल दिया था, लेकिन CBI से शिकायत 2020 में ही की गई। 2018 में बैंकों के इस समूह ने आरोपियों के खिलाफ डेट रिकवरी ट्रिब्यूनल में भी शिकायत की थी। इस बीच, नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल ने भी कंपनी के निदेशकों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी कर दिए हैं।