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Buchi babu Tournament 2024 : क्या है बुची बाबू क्रिकेट टूर्नामेंट? कब हुई इसकी शुरुआत, जानिए सबकुछ

Buchi babu Tournament 2024 : 15 अगस्त से शुरू होने वाले बुची बाबू क्रिकेट टूर्नामेंट में टीम इंडिया के कई स्टार खिलाड़ी भी अपनी प्रतिभा दिखाएंगे। इस टूर्नामेंट का फाइनल मैच 8 से 11 सितंबर तक खेला जाएगा। इन दिनों टीम इंडिया अंतरराष्ट्रीय ड्यूटी से ब्रेक पर है। हालांकि, खिलाड़ी फिर से एक्शन में नजर आएंगे। टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव और भारतीय टीम से बाहर चल रहे ईशान किशन 15 अगस्त से शुरू होने वाले बुची बाबू टूर्नामेंट में नजर आएंगे।

लंबे समय तक श्रीलंका दौरे से दूर रहने के बाद हाल ही में भारतीय टीम में वापसी करने वाले श्रेयस अय्यर भी इस टूर्नामेंट में अपना जलवा दिखाएंगे। 15 अगस्त से शुरू होने वाले इस टूर्नामेंट का आयोजन तिरुनेलवेली, कोयंबटूर, सेलम और नाथम सहित 4 अलग-अलग स्थानों पर किया जाएगा।

बुच्ची बाबू क्रिकेट टूर्नामेंट लाल गेंद से खेला जाएगा। इस 4 दिवसीय मैच टूर्नामेंट में ईशान झारखंड टीम की कप्तानी करेंगे। श्रेयस अय्यर मुंबई के लिए खेलेंगे। बुची बाबू आमंत्रण टूर्नामेंट की विजेता टीम को 3 लाख रुपये का नकद पुरस्कार मिलेगा। मध्य प्रदेश की टीम इस बार डिफेंडिंग चैंपियन के तौर पर उतर रही है।

बुची बाबू आमंत्रण टूर्नामेंट में सभी टीमें

  • ग्रुप ए: मध्य प्रदेश, झारखंड, हैदराबाद
  • ग्रुप बी- रेलवे, गुजरात, टीएनसीए
  • ग्रुप सी- मुंबई हरियाणा, टीएनसीए-11 अध्यक्ष
  • डी-जम्मू ग्रुप कश्मीर, छत्तीसगढ़, बड़ौदा

सबकी निगाहें ईशान किशन पर

ईशान किशन पर सबकी नजर रहेगी। वह झारखंड टीम के कप्तान होंगे। वह सारे खेल खेलेगा। वह पिछले बुधवार को ही इस टूर्नामेंट के लिए टीम से जुड़े हैं। इस टूर्नामेंट के जरिए ईशान नेशनल टूर्नामेंट में वापसी कर रहे हैं। वह अगले सीजन के लिए रणजी टीम में भी वापसी कर सकते हैं। ईशान पिछले सीजन में रणजी के खिलाफ नहीं खेले थे। उन्हें बीसीसीआई के केंद्रीय अनुबंध से भी बाहर कर दिया गया। अब उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी और टीम में जगह पक्की करने के लिए घरेलू क्रिकेट में अपनी ताकत साबित करनी होगी।

बुची बाबू आमंत्रण टूर्नामेंट अनुसूची

  • राउंड 1 (अगस्त 15-18): मध्य प्रदेश बनाम झारखंड, रेलवे बनाम गुजरात, मुंबई बनाम हरियाणा, जम्मू और कश्मीर बनाम छत्तीसगढ़
  • राउंड 2 (21-24 अगस्त): झारखंड बनाम हैदराबाद, रेलवे बनाम टीएनसीए अध्यक्ष एकादश, हरियाणा बनाम टीएनसीए एकादश, जम्मू एवं कश्मीर बनाम बार
  • राउंड 3 (27-30 अगस्त): मध्य प्रदेश बनाम हैदराबाद, गुजरात बनाम टीएनसीए अध्यक्ष एकादश, मुंबई बनाम टीएनसीए एकादश, बड़ौदा बनाम छत्तीसगढ़।
  • बुची बाबू आमंत्रण टूर्नामेंट सेमीफाइनल (2-5 सितंबर): पूल ए विजेता बनाम पूल बी विजेता, पूल सी विजेता बनाम ग्राउंड डी विजेता
  • बुची बाबू आमंत्रण टूर्नामेंट फाइनल (8-11 सितंबर)

बुची बाबू ट्रॉफी क्या है?

बुची बाबू टूर्नामेंट 15 अगस्त से शुरू होगा। इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम के सूर्यकुमार यादव, श्रेयस अय्यर और इशान किशन जैसे सितारे खेलेंगे। कई क्रिकेट प्रशंसक शायद इस टूर्नामेंट के बारे में पहली बार सुन रहे होंगे, जो 12 टीमों के बीच होगा। ऐसे में सवाल ये है कि इस टूर्नामेंट का नाम बुच्ची बाबू क्यों है। इसके पीछे की कहानी क्या है और इसकी शुरुआत कैसे हुई? कृपया हमें विस्तार से बताएं।

बुची बाबू टूर्नामेंट का नाम कैसे पड़ा?

मोथावरपु वेंकट महिपति नायडू वह व्यक्ति थे जिन्होंने मद्रास में क्रिकेट को प्रसिद्ध बनाया। उन्हें “मद्रास क्रिकेट का जनक” भी कहा जाता है। उन्होंने मद्रास प्रेसीडेंसी के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को अंग्रेजों के खिलाफ खड़ा करने के लिए इस टूर्नामेंट की शुरुआत की। नायडू को बुची बाबू नायडू के नाम से जाना जाता था। प्रथम संस्करण का आयोजन बुच्ची बाबू ने किया। इसके बाद उनकी असामयिक मृत्यु हो गई, जिसके बाद इस टूर्नामेंट का नाम बदलकर बुची बाबू टूर्नामेंट कर दिया गया।

इसका आयोजन पहली बार 1909 में किया गया था।

इसे पहली बार 1909 में आयोजित किया गया था। आपको नहीं लगेगा कि आप जानते होंगे कि 1934 में रणजी ट्रॉफी की शुरुआत से पहले, बुची बाबू टूर्नामेंट भारत में सबसे बड़ा प्रथम श्रेणी टूर्नामेंट था। पहले केवल स्थानीय क्लब ही भाग लेते थे। यह सिलसिला लगभग 50 वर्षों तक चलता रहा, फिर 1960 के दशक में यह अखिल भारतीय आमंत्रण टूर्नामेंट बन गया। वहां से टूर्नामेंट का प्रोफ़ाइल बढ़ता गया। हालाँकि, अब रणजी ट्रॉफी इस टूर्नामेंट से आगे निकल गई है। वह भारतीय क्रिकेट का सबसे बड़ा टूर्नामेंट है।

कई दिग्गजों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया

बुची बाबू टूर्नामेंट में सुनील गावस्कर, सौरव गांगुली, मोहम्मद अज़हरुद्दीन और श्रीकांत जैसे दिग्गज बल्लेबाज खेल चुके हैं।

बुची बाबू टूर्नामेंट से संबंधित महत्वपूर्ण विवरण

  • बुची बाबू टूर्नामेंट लाल गेंद से खेला जाता है।
  • इस टूर्नामेंट में मैच 4 दिनों तक चलते हैं।
  • इसमें 12 टीमें हिस्सा लेती हैं।
  • सभी टीमों को 4 ग्रुप में बांटा गया है।
  • 10 टीमें राज्य की टीमें हैं।
  • 2 टीमें तमिलनाडु से हैं।
हिन्दी न्यूज

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