- योगी सरकार पर्यटकों को काशी और माँ गंगा का अनूठा एहसास दिलाने के लिए गंगा तट पर बसा रही है टेंट सिटी
- तंबुओं में प्रवास करने वाले सैलानी काशी की मशहूर सुबह-ए-बनारस की छटा के साथ कर सकेंगे माँ गंगा की आरती
- गंगा किनारे रेत पर बसने वाली टेंट सिटी में काशी की विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती का भी होगा आयोजन, पर्यटक खुद कर सकेंगे माँ गंगा की आरती
वाराणसी, 2 जनवरी। योगी सरकार काशी में पर्यटन के क्षेत्र में नित नए आयाम जोड़ रही है। सरकार काशी के गंगा तट पर तम्बुओं का शहर बसा रही है। गंगा किनारे रेत पर बसने वाली टेंट सिटी में काशी की विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती का भी आयोजन किया जाएगा। पर्यटक खुद भी माँ गंगा की आरती कर सकेंगे। टेंट सिटी काशी के ऐतिहासिक घाटों के ठीक सामने रेत पर बस रही है। गंगा के किनारे तम्बुओं के शहर से पर्यटक ख़ूबसूरत धनुषाकार घाटों का नजारा देख सकेंगे। टेंट सिटी की शुरुआत 15 जनवरी 2023 से शुरू होना प्रस्तावित है।
काशी के कायाकल्प के बाद इसके बदलते स्वरुप को निहारने के लिए वाराणसी में लगातार पर्यटकों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में योगी सरकार पर्यटकों को काशी और माँ गंगा का अनूठा एहसास दिलाने के लिए गंगा के तट पर टेंट सिटी बसा रही है। वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अभिषेक गोयल ने बताया कि टेंट सिटी बना रही दो कंपनियों को 10 जनवरी तक कामों को अंतिम रूप देने को कहा गया है।
काशी के घाटों का आकर्षण पूरी दुनिया में है। काशी का अल्हड़पन व गंगा किनारे बसे घाटों की जिंदगी, उनके जीवन का दर्शन व गंगा के एहसास के लिए यहाँ पूरे विश्व से लोग आते हैं। तंबुओं में प्रवास करने वाले सैलानी काशी की प्रसिद्ध सुबह-ए-बनारस की छठा के एहसास के साथ माँ गंगा की आरती भी कर सकेंगे। दुनिया का सबसे प्राचीन व जीवंत शहर काशी में 15 जनवरी से टेंट सिटी सैलानियों से गुलजार होगा।
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प्रावेग कम्युनिकेशंस (इंडिया) लिमिटेड की कार्यकारी निदेशक प्रोलिना बराड़ा ने बताया की काशी की गंगा आरती पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है, इसलिए सैलानियो के लिए प्रातः माँ गंगा की आरती कराई जाएगी। लेकिन माँ गंगा के तट पर बसने वाली टेंट सिटी की आरती ख़ास इसलिए होगी, क्यंकि अर्चकों के साथ ही सैलानी भी खुद अपने हाथो से माँ गंगा की आरती कर सकेंगे।