Chikankari Dress : चिकनकारी कपड़े (Chikankari) की खासियत इसकी कढ़ाई है। चिकनकारी कपड़ा (Chikankari) एक भारतीय पारंपरिक कपड़ा है जो मूल रूप से भारत के उत्तर प्रदेश से जुड़ा है। इसमें मुख्य रूप से फूल, पत्तियाँ और जालीदार आकृतियाँ होती हैं।
चिकनकारी कढ़ाई मुख्य रूप से मलमल या मलमल जैसे हल्के और सुखद कपड़ों पर काम किया जाता है। प्रयुक्त रंग सफेद, क्रीम, गुलाबी, पीला, नीला और हरा हैं। चिकनकारी कढ़ाई का उपयोग साड़ी, कुर्ता, लहंगा, सलवार कमीज और अन्य परिधानों के लिए किया जाता है।
चिकनकारी कपड़ा अब आधुनिक फैशन के साथ फैशन की दुनियां में उपलब्ध है और भारतीय कपड़ों के एक विशेष रूप में बहुत सराहना प्राप्त कर रहा है। चिकनकारी कपड़े की सुंदरता, कोमलता और सुंदरता इसे आकर्षक बनाती है। चिकनकारी कपड़ों को ज्यादा समय तक खूबसूरत बनाए रखने के लिए देखभाल की आवश्यकता पड़ती है। इसके लिए कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यान देने की आवश्यकता है। पढिए चिकनकारी कपड़ों की देखभाल के लिए यहां कुछ महत्वपूर्ण टिप्स।
चिकनकारी कपड़ों को कैसे करें स्टोर
चिकनकारी कपड़े को सही तरीके से स्टोर करने के लिए, आपको इसे किसी स्टोरेज बॉक्स में साफ और सूखी जगह पर स्टोर करना चाहिए।
चिकनकारी कपड़ों को कैसे धोएं
चिकनकारी कपड़े को हाथ से धोने बेहतर माना जाता है। धोते समय हल्के डिटर्जेंट का उपयोग करें और सुनिश्चित करें कि पानी का तापमान ठंडा हो। ज्यादातर मामलों में चिकनकारी के कपड़ों को धूप में सुखाना बेहतर होता है।
चिकनकारी कपड़ों को सुखाएं
चिकनकारी के कपड़े को सीधे धूप में पीछे अस्तर पर फैलाएं। इससे कपड़ा ढीला नहीं पड़ेगा और उसकी खूबसूरती बरकरार रहेगी।
इन टिप्स को अपनाकर आप चिकनकारी कपड़े की खूबसूरती ज्यादा लंबे समय तक बरकरार रख सकते हैं। ध्यान दें कि भौतिक गुण भिन्न-भिन्न हो सकते हैं, इसलिए प्रासंगिक दिशानिर्देशों का पालन करना सबसे अच्छा है।