Covid-19 : भारत समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना के नए वैरिएंट JN.1 की संख्या बढ़ने लगी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोरोना वायरस के कारण चीन समेत कई अन्य देशों के अस्पतालों में भीड़ बढ़ गई है और मौतें भी हो रही हैं। भारत में पिछले 20 दिनों से रोजाना औसतन 500 संक्रमण की पुष्टि हो रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार देश में 760 नए संक्रमण की पुष्टि हुई है। 3 जनवरी तक, JN.1 वैरिएंट देश के लगभग 12 राज्यों में फैल गया है, जिससे संक्रमित लोगों की कुल संख्या 541 हो गई और देश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 4423 है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ रहा है, इसलिए सभी को सतर्क रहने की जरूरत है।
A total of 541 cases of JN.1 series variant of Covid19 have been reported from 12 States till 3rd January: Official sources
— ANI (@ANI) January 4, 2024
कोविड को लेकर टास्क फोर्स के दिशा निर्देश
- 24 घंटों में देश में कोविड से पांच मौतें हुई हैं। प्रतिदिन 4-5 लोग मरते हैं, लेकिन उनमें से अधिकांश को अन्य बीमारियाँ भी होती हैं।
- जिन लोगों का कोविड-19 टेस्ट पॉजिटिव आया है, उन्हें पांच दिनों के लिए खुद को अलग कर लेना चाहिए।
- घर के बुजुर्ग और अन्य बीमार पीड़ित लोग घर के अंदर मास्क पहनें और संक्रमित से शारीरिक दूरी बनाए रखें।
- नए कोविड सब-वेरिएंट से बचाव के लिए, अन्य गंभीर बीमार पीड़ित लोगों और बुजुर्गों को भीड़-भाड़ जगहों से बचना चाहिए।
- इन नियमों को सार्वजनिक रूप से लागू करने की आवश्यकता नहीं है।
- कोविड की स्थिति अब नियंत्रण में है, लेकिन हमें अगले दो हफ्तों तक सतर्क रहना चाहिए।
- केरल और कर्नाटक सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य हैं।
- कोरोना से केरल और कर्नाटक सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है।
- कोविड केवल उन लोगों में एक गंभीर रोगज़नक़ है, जिन्हें पहले से ही कुछ पुरानी बीमारियाँ हैं।
- सहरुग्णता वाले लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
संक्रमण से बचाव का उपाय जरुरी – रमन गंगाखेड़कर
टास्क फोर्स के अध्यक्ष रमन गंगाखेड़कर ने कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों के आत्म-अलगाव पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि संक्रामक रोगों से पीड़ित लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए प्रभावी रणनीतियों की आवश्यकता होगी। अधिकांश संक्रमित लोगों में हल्के लक्षण होते हैं, लेकिन वे अन्य लोगों में कोविड के वाहक हो सकते हैं, इसलिए संक्रमण से बचाव के उपायों का पालन करना सभी के लिए महत्वपूर्ण है।