Avadh Ojha joined Aam Aadmi Party: मोटिवेशनल स्पीकर और मशहूर शिक्षक Avadh Ojha आज आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए. वह आज दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया और आम आदमी पार्टी के संयोजक और पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल से मुलाकात के बाद आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए और दिल्ली की किसी भी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।
Avadh Ojha उत्तर प्रदेश के गोंडा शहर के रहने वाले हैं और अपनी पढ़ाई के खास तरीके के लिए मशहूर हैं। वह सोशल मीडिया पर ‘ओझा सर’ के नाम से मशहूर हैं और आए दिन अपनी बातों और बयानों से सोशल मीडिया पर छाए रहते हैं।
Avadh Ojha ने कहा कि उन्होंने शिक्षा के विकास का लक्ष्य लेकर राजनीति में प्रवेश किया है क्योंकि शिक्षा परिवार, समाज और राष्ट्र की आत्मा है और दुनिया में जितने भी देश महान हुए, उनकी पृष्ठभूमि में शिक्षा का योगदान रहा है। उन्होने कहा, ‘मैं अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत पर यह सबसे यह बात साझा करना चाहता हूं। जैसा कि मनीष सिसोदिया ने कहा कि शिक्षा और राजनीति को चुनना हो तो मैं शिक्षा को चुनूंगा, ऐसा ही उद्देश्य मेरा भी है। राजनीति में आकर शिक्षा का विकास मेरा सर्वोत्तम उद्देश्य है।’
दिल्ली की शिक्षा क्रांति से प्रभावित होकर शिक्षा क्षेत्र के दिग्गज श्री अवध ओझा जी आज आम आदमी पार्टी परिवार का हिस्सा बन रहे हैं। हमारे प्रयासों को और आगे बढ़ाने के लिए AAP परिवार में उनका स्वागत है। LIVE https://t.co/X8e6W94JZ7
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 2, 2024
Avadh Ojha दिल्ली से चुनाव लड़ सकते हैं
सूत्रों ने बताया कि Avadh Ojha दिल्ली की किसी भी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं, उनकी सीट भी तय हो गई है, लेकिन सीट का नाम पता नहीं है। इससे पहले उन्होंने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में भी आप नेता अरविंद केजरीवाल की तारीफ की थी। उन्होंने केजरीवाल को राष्ट्रीय राजनीति का धुरंधर बताया। उन्होंने कहा, अगर केजरीवाल ने खुद पर और अपने सहयोगियों पर नियंत्रण रखा होता तो आज तस्वीर अलग होती।
Avadh Ojha ने राजनीति में काफी दिलचस्पी दिखाई है। पहले वह प्रयागराज सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे और कई बीजेपी नेताओं से मिले, लेकिन टिकट नहीं मिल सका। वह प्रयागराज के अलावा कैसरगंज सीट से भी चुनाव लड़ना चाहते थे।
Avadh Ojha राजनीति में भी काफी सक्रिय हैं। उन्होंने राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अखिलेश यादव को लेकर बयान दिया, जहां उन्होंने अखिलेश यादव को दूरदर्शी नेता बताया और कहा कि वह देश के प्रधानमंत्री हो सकते हैं और राहुल गांधी ने प्रियंका गांधी को बेहतर नेता बताया और कहा कि प्रियंका गांधी एक अच्छी आयोजक और कोअर्डिनेटर हैं।