Hindi Diwas 2020 : हिंदी में हो सरकारी कामकाज – अमित शाह
14 सितंबर, 1949 को संविधान सभा ने हिंदी को आधिकारिक भाषा का दर्जा दिया था। तब से प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है।
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिंदी दिवस पर कहा की हिंदी भारतीय संस्कृति का अटूट अंग है। स्वतंत्रता संग्राम के समय से यह राष्ट्रीय एकता और अस्मिता का प्रभावी व शक्तिशाली माध्यम रही है। हिंदी की सबसे बड़ी शक्ति इसकी वैज्ञानिकता, मौलिकता और सरलता है। मोदी सरकार की नई शिक्षा नीति से हिंदी व अन्य भारतीय भाषाओं का समांतर विकास होगा।
गृहमंत्री ने सरकारी कामकाज को अनुवाद की अपेक्षा मूल रूप से हिंदी में करने पर जोर दिया। अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आज भारत एक संसाधन-संपन्न शक्तिशाली देश के रूप में उभर रहा है और इसमें देश की समृद्ध भाषा हिंदी का बहुत बड़ा योगदान है। वैश्विक मंचों पर प्रधानमंत्री द्वारा हिंदी में दिए गए भाषणों से, हिंदी का वैश्विक कद मजबूत हुआ है और हिंदी प्रेमियों को प्रेरणा भी मिल रही है।
एक देश की पहचान उसकी सीमा व भूगोल से होती है, लेकिन उसकी सबसे बड़ी पहचान उसकी भाषा है। भारत की विभिन्न भाषाएं व बोलियां उसकी शक्ति भी हैं और उसकी एकता का प्रतीक भी। सांस्कृतिक व भाषाई विविधता से भरे भारत में ‘हिंदी’ सदियों से पूरे देश को एकता के सूत्र में पिरोने का काम कर रही है।
— Amit Shah (@AmitShah) September 14, 2020
गृह मंत्री ने कहा कि हिंदी की सबसे बड़ी शक्ति इसकी वैज्ञानिकता, मौलिकता, सरलता, सुबोधता और स्वीकार्यता है। हिंदी भाषा की विशेषता है कि इसमें जो बोला जाता है, वही लिखा जाता है। मोदी सरकार की नई शिक्षा नीति से अन्य भारतीय भाषाओं व हिंदी का समानांतर विकास होगा। प्रधानमंत्री के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के अभियान को आगे बढ़ाते हुए, राजभाषा विभाग द्वारा हिंदी के लिए ई-टूल्स सु²ढ़ करने का काम किया जा रहा है।
हिंदी भाषा और बाकी सारी भारतीय भाषाओं ने मिलकर भारत की सांस्कृतिक विविधता को आगे ले जाने में बहुत बड़ा योगदान दिया है। हिंदी की प्रतिस्पर्धा कभी भी स्थानीय भाषा से नहीं रही, यह पूरे भारत के जनमानस में ज्यादा स्पष्ट होने की जरूरत है।