देसी जुगाड़ : साइकल 20 मिनट में बन जाएगी मोटरसाइकल !
[box type=”info” align=”” class=”” width=””]देसी जुगाड़ उद्योगपति आनंद महिंद्रा को भाया,साइकल 20 मिनट में बन जाएगी मोटरसाइकल[/box]
देसी इन्वेंटर गुरसौरभ सिंह (Gursaurabh Singh) ने एक ऐसी डिवाइस बनाई है, जिसे फिट करते ही आपकी साइकल (Cycle) मोटरसाइकल (Motorcycle) की तरह रफ्तार के साथ चलने लगेगी।इस इनोवेशन (देसी जुगाड़) को देख कर उद्योगपति आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) इतने प्रभावित हुए हैं कि उन्होंने देसी इन्वेंटर को निवेश करने का ऑफर दे दिया है।
It’s not inevitable that this will succeed commercially or be substantially profitable, but I still would feel proud to be an investor…Grateful if someone can connect me with Gursaurabh, (3/3) pic.twitter.com/GsuzgJECTo
— anand mahindra (@anandmahindra) February 12, 2022
कौन है साइकल को मोटरसाइकल बनाने वाला देसी इन्वेंटर ?
गुरसौरभ सिंह ने यह देसी डिवाइस (देसी जुगाड़) बनाया है जो साइकल को मोटरसाइकल कि तरह दौड़ा देता है। गुरसौरभ सिंह ध्रुव विद्युत (Dhruv Vidyut) नाम से कंपनी चलाते हैं। वे इलेक्ट्रिक प्रोडक्ट्स पर रिसर्च और डेवलपमेंट करते हैं।उन्होंने देसी जुगाड़ साइकल को मोटर और बैटरी से चलने वाली इलेक्ट्रिक साइकल में कन्वर्ट कर देता है।
देसी डिवाइस में क्या है खूबियाँ
- ये डिवाइस फिट करने के बाद साइकल में पैडल मारने की जरूरत नहीं होती ध्रुव विद्युत की ओर से ट्विटर पर डाले गए वीडियो में ये बताया गया है।
- इस डिवाइस को लगाने के बाद 25 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से साइकल चल सकती है।
- एक बार चार्ज हो जाने के बाद 40 किमी तक का सफर तय कर सकती है।
- यह ऊबड़-खाबड़ रास्तों पर भी चल सकती है।
- साइकल में कोई कटिंग वैल्डिंग या मॉडिफिकेशन किए बगैर यह देशी डिवाइस महज 20 मिनट में फिट किया जा सकता है।
- वजन में हल्की है और इसमें जंग भी नहीं लगती। यह डिवाइस एयरक्राफ्ट ग्रेड एल्यूमीनियम से बनी है।
- आप अपने फोन को यूएसबी USB के जरिए कनेक्ट करके चार्ज कर सकते हैं।
- 20 मिनट पैडल मारने पर बैटरी 50 प्रतिशत चार्ज हो जाती है।
- बैटरी के लो होने की जानकारी बैटरी में लगा इंडिकेटर बताता है।
- स्पीड को कंट्रोल किया जा सकता है।
- डिवाइस को ऑन-ऑफ करने का बटन भी लगा होता है।