जंगल राज की हक़ीक़त बयां करती बिहार की बेटी का ‘जला हुआ’ मृत शव
बिहार में पंद्रह साल से सुशासन का ढ़ोल पीटने और जंगल राज का डर दिखा कर सत्ता में लौटे सुशासन बाबू की सरकार में बिहार की पहली महिला उपमुख्यमंत्री रेणु देवी बनी हैं। बिहार की पहली महिला उपमुख्यमंत्री के बेतिया स्थित पुश्तैनी घर से लगभग 190 किलोमीटर दूर वैशाली जिले के रसूलपुर हबीब गांव में अनामिका(नाम बदला हुआ) का ‘जला हुआ’ मृत शव उसके आंगन में पड़ा जंगल राज के डर और जंगल राज की हक़ीक़त बयां करते हुए न्याया की गुहार लगा रही है।
जली हुई अनामिका ने ज़िंदगी जीने के लिए 17 दिन तक जंग की, लेकिन 15 नवंबर को बिहार के सबसे बड़े अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज ऐंड हॉस्पिटल (PMCH) में मौत से हर गई।
क्या है मामला
20 साल की अनामिका को 30 अक्तूबर 2020 की शाम लगभग 05 बजे जब घर का कूड़ा फेंकेने बाहर आई तब उसपर किरोसिन तेल डाल कर जिंदा जला दिया गया।
रात 10 बजकर 15 मिनट पर दर्ज हुए पीड़िता के फ़र्द बयान के मुताबिक अरमिदा को गांव के ही सतीश राय, विजय राय, चंदन कुमार ने पकड़कर ‘ग़लत हरकत’ करनी शुरू कर दी. जिसका अरमिदा ने विरोध किया और ये धमकाया भी कि वो घर वापस जाने पर अपनी मां से ये बताएगी। बयान के अनुसार अनामिका के ऐसा कहने पर सतीश राय ने किरासन तेल निकालकर अरमिदा के शरीर पर छिड़क दिया और आग लगा दी। जिसके बाद अनामिका की चीखें सुनकर गांव वाले इकट्ठा हो गए। अरमिदा की छोटी बहन बताती हैं, “गांव वालों के आने पर ये तीनों लोग भाग गए। गांव वालों ने आग बुझाने की कोशिश की। उस वक्त घर में सिर्फ हम भाई बहन थे।”
30 अक्तूबर को अनामिका का बयान दर्ज करने के चार दिनों बाद FIR दर्ज करने वाली पुलिस जल्द पकड़ने का दावा तो कर रही है लेकिन सच्चाई यह है की सभी आरोपी अभी तक फरार है।