प्रदर्शनकारी कर्मचारियों के भत्ते में वृद्धि करने की सरकार की औकात ही नहीं है। क्योंकि वह पहले ही 40,000 करोड रुपए दे चुकी है। यह हम नहीं बल्कि छत्तीसगसढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव कह रहे हैं। जिनके बोल से बवाल खड़ा हो गया है।
जानकारी के मुताबिक, कर्मचारियों के एक प्रतिनिधि मंडल ने अपनी मांगों को लेकर शनिवार को टीएस बाबा से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। जिसमें उनके द्वारा कहे गए एक कथन को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। वीडियो में उन्होंने कहा है कि, “मैं समझ सकता हूं कि आप (कर्मचारी) क्या कह रहे हैं, लेकिन पैसा नहीं है। ईमानदारी से कहूं तो, सरकार के पास आज आपको 5000-6000 करोड़ रुपये अतिरिक्त देने की भी ‘औकात’ नहीं है। सरकार पहले ही आपको 40,000 करोड़ रुपये दे रही है।”
टी एस बाबा के इस बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। जिसके बाद उन्होंने शब्दों के चयन में गलती बताते हुए, अपने बयान के लिए खेद व्यक्त किया है।
आपको बता दें, छत्तीसगढ़ सरकार के 4 लाख से अधिक अधिकारी व कर्मचारी महंगाई भत्ते में वृद्धि को लेकर 22 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। उनकी मांग है कि, सातवें वेतनमान के अनुसार उन्हें 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता (DA) दिया जाए। जबकि 16 अगस्त को ही राज्य सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (DA) में 6 प्रतिशत वृद्धि की घोषणा की थी। जिसे बढ़ाकर 28 प्रतिशत कर दिया गया है।