
Stall : देश में हर दिन ढाई करोड़ से ज्यादा लोग ट्रेन से यात्रा करते हैं। ट्रेन में यात्रियों की यह भीड़ करीब 7325 स्टेशनों को पार करती है। ऐसे में ट्रेनों में पैंट्री कार और रेलवे प्लेटफॉर्म पर स्थित चाय-नाश्ते के स्टालों पर बड़ी संख्या में यात्री आते हैं जिससे उनकी अच्छी खासी आमदनी होती है। इसकी अच्छी आमदनी से प्रभावित होकर लोग व्यापार करने के बारे में सोचते हैं, लेकिन पर्याप्त जानकारी के अभाव में नहीं कर पाते है। आपको बता दें की IRCTC भारतीय रेलवे में भोजन से संबंधी सुविधाओं का प्रबंधन और रेलवे स्टेशनों पर मिलने वाले खाने की कीमतें तय करता है। अब यह जनहार केंद्र, फूड प्लाजा, फूड कोर्ट, फास्ट फूड यूनिट, ई-कैटरिंग आदि में काम करती है।
रेलवे स्टेशनों पर दुकान के प्रकार से लगता है शुल्क
ट्रेनों में खानपान के टेंडर खोलने और यात्रियों की जरूरतों के लिए रेलवे स्टेशनों पर फूड स्टॉल या अन्य आवश्यक दुकानें खोलने की प्रक्रियाएं हैं। भारतीय रेलवे दुकान खोलने के लिए लाइसेंस के लिए आवेदन करने हेतु एक निविदा जारी करता है। रेलवे स्टेशनों पर दुकान के प्रकार, आकार और स्थान के अनुसार शुल्क लगता है। आमतौर पर बुक स्टॉल, चाय-कॉफी स्टॉल और फूड स्टॉल खोलने की अनुमानित लागत लगभग 40 हजार से 3 लाख रुपये तक हो सकती है। यह शहर और वहां स्थित स्टेशन पर निर्भर करता है, क्योंकि ये दरें अलग-अलग हो सकती हैं।
रेलवे स्टेशन पर स्टॉल खोलने के लिए आवश्यक ये दस्तावेज
रेलवे स्टेशन पर खाने-पीने का सामान या अन्य कोई स्टॉल खोलने के लिए दुकानदार के पास आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, वोटर आईडी कार्ड आदि होना जरूरी है। संबंधित रेलवे स्टेशनों पर खाद्य स्टालों की उपलब्धता के लिए, IRCTC और भारतीय रेलवे साइटों पर निविदा अनुभाग पर जाएं। निविदा में किराए और अन्य नियम और शर्तों के बारे में जानकारी दी रहती है।