Drink and Drive : नशे में गाड़ी चलाई तो आजीवन निरस्त होगा लाइसेंस, एक्सीडेंट पर बढ़ेगी सज़ा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को आबकारी निति को लेकर कहा कि हमने मध्यप्रदेश में ऐसी आबकारी नीति लाने का प्रयास किया है जो शराब पीने को हतोत्साहित करेगा। जो लोगों को शराब पीकर गाड़ी चलाने की लत लगी हुई है और जब उन्होंने पी ली तो खुद पर नियंत्रण ना रखते हुए दुर्घटना का शिकार होने के साथ दूसरों की जिंदगी के लिए खतरा बन जाते हैं।
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इस तरह की समस्या को देखते हुए हमने फैसला किया है कि नशे में वाहन चलाते हुए तीन बार पकड़े जाने पर ड्राइविंग के लिए आजीवन प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। ड्रंक ड्राइविंग को हतोत्साहित करना जरूरी है और लोगों को भी सुरक्षित रखना बेहद जरूरी है। हमने इस संबंध में कई प्रावधान किए हैं। नशे में वाहन चलाते हुए एक्सीडेंट करते हैं तो हम सजा भी बढ़ाएंगे। हमने विधि विभाग को कहा है कि सजा कैसे बढ़ाई जा सकती है, इस पर विचार करें। उसकी सलाह के अनुसार हम सजा बढ़ाएंगे।
नशा एक सामाजिक बुराई है इसलिए मैंने तय किया कि मध्यप्रदेश में कोई नई शराब की दुकान नहीं खोली जाएगी।
हमने ऐसी आबकारी नीति लाने का प्रयास किया जो शराब पीने को हतोत्साहित करे।नई नीति में अहातों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। शैक्षणिक संस्थान के 100 मी. तक शराब की कोई दुकान नहीं होगी। pic.twitter.com/ZKEW8ciQIl
— Shivraj Singh Chouhan (मोदी का परिवार ) (@ChouhanShivraj) February 20, 2023
शराब की कोई नई दुकान नहीं खुलेगी-मुख्यमंत्री
शराब की दुकानों के सम्बन्ध में शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पहले अक्सर यह होता था कि आबकारी नीति शुरू होते ही 200-300 दुकानें खोलने का प्रस्ताव होता था। मैंने तय किया था की मुख्यमंत्री रहते हुए मध्यप्रदेश में शराब की कोई नई दुकान नहीं खोली जाएगी। इस वजह से बरसों से हमारी संख्या स्थिर बनी है और तुलनात्मक रूप से देखें तो शराब से मध्यप्रदेश का रेवेन्यू भी काफी कम है।
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मां बहन को होती थी परेशानी ?
उन्होंने यह भी कहा कि हमने एक और फैसला किया है। जो लोग दुकान से शराब खरीदकर बने अहाता पर बैठकर पीते हैं। वहां से निकलने पर कई दुष्परिणाम सामने आ रहे हैं जो आपराधिक परिस्थितियां पैदा कर देती है। इससे कानून-व्यवस्था की समस्या भी पैदा होती है। ऐसी स्थिति में मां-बहन-बेटी पर कुदृष्टि भी पड़ती है और दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं भी होती हैं। हमने तय किया है कि शराब दुकानों के साथ अहाते नहीं होंगे इसलिए नई नीति में अहातों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
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स्कूल, धार्मिक स्थल के पास नहीं होंगी शराब दुकानें
नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान मां नर्मदा के तट पर शराब दुकानों को शिवराज सिंह ने बंद किया था। उन्होंने यह भी तय किया कि किसी भी धार्मिक, शैक्षणिक स्थल से 100 मीटर के दायरे में शराब दुकान नहीं होगी। पहले की पॉलिसी में गर्ल्स कॉलेज, गर्ल्स स्कूल लिखा था लेकिन अब कोई भी स्कूल-कॉलेज हो वहां पॉलिसी मान्य होगी। पहले 50 मीटर के दायरे में शराब दुकान न होने का प्रावधान था, अब इसे बढ़ाकर 100 मीटर कर दिया है।
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मां, बहन-बेटी का सम्मान सबसे अहम-CM Chauhan
उन्होंने यह भी कहा कि हम प्रखरता के साथ नशामुक्ति अभियान भी चलाएंगे। नशे से नुकसान की जानकारी देना जनता को जरूरी है। मैं हर सभा में नशामुक्ति का संकल्प दिलाता हूं और नशामुक्ति अभियान के लिए भी हम पर्याप्त धनराशि रखेंगे। प्रदेश में मां, बहन और बेटी का सम्मान सुनिश्चित रहे, यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। शिवराज सिंह ने कहा की मध्यप्रदेश पहला राज्य है जिसने तय किया कि कोई बच्ची के साथ गलत काम करता है तो उसे फांसी की सजा दी जाएगी। यहां तक की दुराचारी के घर पर बुलडोजर भी चलाए हैं। जेल भेजना पर्याप्त नहीं है, उसकी आर्थिक रूप से कमर तोड़ना भी जरूरी है।