मध्यप्रदेश सरकार के फैसले से सस्ती होगी ज़मीन
भोपाल।। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को एक बड़ी घोषणा करते हुए कोरोना महामारी के बीच जनता को एक बड़ी राहत दी है। नगरीय क्षेत्रों में प्रॉपर्टी की खरीद फरोख्त पर 2% सेस घटा दिया है। पहले स्टाम्प ड्यूटी पर 3% ली जाती थी, लेकिन अब सिर्फ 1% से लिया जाएगा। यानी अब एक लाख रुपए की प्रॉपर्टी खरीद फरोख्त पर 2 हजार रुपए तक की बचत की जा सकेगी। ये और बात है की इसका लाभ सिर्फ शहरों में ही मिलेगा।
CM शिवराज ने कहा कि
कोविड-19 की परिस्थितियों में आर्थिक गतिविधियां समाप्त हो गई थीं। इसके कारण लोगों की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई है। हर व्यक्ति का अपने घर का सपना होता है। 2% की छूट के कारण लोग प्रॉपर्टी खरीदी के लिए आकर्षक होंगे। प्रदेश में रियल स्टेट क्षेत्र में कारोबारी गतिविधियां इससे बढ़ेंगी। यह रियायत 31 दिसंबर 2020 तक लागू रहेगी। इसके अलावा भी अन्य कदमों पर विचार कर रहे हैं।
◾नगरीय क्षेत्रों में प्रापर्टी की खरीदी-बिक्री पर अतिरिक्त स्टाम्प ड्यूटी में अब सिर्फ 1 प्रतिशत सेस
◾रियल स्टेट में बूम जरूरी, आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी
◾2 प्रतिशत की छूट से लोग आसानी से अपना मकान खरीद सकेंगे : मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj pic.twitter.com/mLI5nOJcW4
— CMO Madhya Pradesh (@CMMadhyaPradesh) September 7, 2020
जानिए क्या है सेस ?
सेस टैक्स के ऊपर लगाया जाने वाला टैक्स है और यह आमतौर पर खास उद्देश्यों के लिए लगाया जाता है। जिसका उद्देश्य हल हो जाने पर उसे हटा लिया जाता है। सेस से मिलने वाली धन राशि को भारत सरकार दूसरे राज्य सरकारों से साझा नहीं करती है। और इससे मिली पूरी राशि अपने पास रखती है। भारत में 6 तरह के उपकर (सेस) लगाए जा रहे हैं। ये हैं प्राथमिक शिक्षा उपकर, माध्यमिक शिक्षा उपकर, कच्चे पेट्रोलियम तेल पर उपकर,रोड सेस,तम्बाकू और तम्बाकू उत्पादों पर राष्ट्रीय आपदा आकस्मिकता उपकार, आयातित वस्तुओं पर शिक्षा उपकर ।
सेस किसी जन कल्याण के कार्य के लिए वित्त की व्यवस्था करने के लिए लगाया जाता है। जैसे कृषि कल्याण सेस को कृषि क्षेत्र में विकास के लिए और प्राइमरी एजुकेशन सेस का लक्ष्य देश में प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ोतरी करना है।