मध्यप्रदेश : नाराज किसानों ने किया जल सत्याग्रह
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीते शुक्रवार को उज्जैन एक चुनावी कार्यक्रम में एक क्लिक से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनांतर्गत खरीफ वर्ष 2019 की फसल बीमा दावा राशि 4 हजार 688 करोड़ रुपए प्रदेश के लगभग 22 लाख किसानों के खातों में ट्रांसफर किए जाने की बात कही लेकिन दो दिन बाद ही उनके ही गृह जिले शिकारपुर में किसानों का दर्द छलका और उन्हें जल सत्याग्रह करना पड़ा। क्योंकि बाढ़ में जिन किसानों के खेत तालाब में तब्दील हो गया था उनमें से कई किसानों को एक रुपया भी बीमा दावा नहीं मिला। इसके साथ ही किसी को नाममात्र का 23 रुपए तो किसी को 56 रुपए फसल बीमा का क्लेम मिला है।
सीहोर जिले में एक लाख 4 हजार 208 किसानों को 157 करोड़ रुपये की फसल बीमा दावा राशि प्राप्त हुई है। सबसे कम में, कई किसानों को 39 से 90 रुपये और 90 रुपये की फसल बीमा दावा राशि मिली है। कई गाँव ऐसे हैं जहाँ अधिकांश किसानों को 500 रुपये से कम की फसल बीमा दावा राशि का भुगतान किया गया है।
गांव शिकारपुर में जल सत्याग्रह के दौरान आसपास के गांवों के किसान भी पहुंचे। प्रदर्शन में शामिल किसान नेता एमएस मेवाड़ा ने बताया कि कई किसानों को 100 रुपए से भी कम का बीमा क्लेम मिला है। जबकि उनकी फसलें पूरी तरह से खराब हो चुकी थीं। ऐसी ही स्थिति इस बार भी है। किसान खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। इस प्रदर्शन के माध्यम से हम सरकार तक किसानों की पीड़ा पहुंचाना चाहते हैं।
यहां किसानों ने करीब 2 घंटे तक प्रदर्शन किया। चंदेरी गांव के किसान एमएस मेवाड़ा के साथ मुकेश कुशवाह बिलकीसगंज से प्रीतम और नरेश मेवाड़ा ने बताया कि वे लोग सीहोर बैंक ऑफ इंडिया गए थे। इसके बाद कृषि विभाग भी गए थे, लेकिन कहीं से भी संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इससे किसान परेशान हैं।