मध्य प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव स्थगित

भोपाल।।मध्य प्रदेश में 26 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव फिलहाल टल गए हैं। 23 जुलाई को खबर आई है कि कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से राज्य चुनाव आयोग ने कानून मंत्रालय को ये प्रस्ताव भेज दिया है कि सितंबर के महीने में विधानसभा और लोकसभा के उपचुनाव नहीं कराए जाएंगे।
दरअसल, मध्य प्रदेश में 10 मार्च को कांग्रेस के 22 विधायक इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए थे। 10 मार्च से 10 अगस्त तक 6 महीने पूरे हो रहे हैं। चुनाव 6 महीने के अंदर कराना जरूरी होता है। लेकिन मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों में कोरोना संक्रमण को देखते हुए संभावना थी कि सितंबर में उपचुनाव होंगे, लेकिन बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अब आयोग ने उपचुनाव टालने का निर्णय लिया है।
कोरोना के बीच 26 विधानसभा के चुनाव कराए जाने पर 50 करोड़ का अतिरिक्त खर्चा आएगा। प्रदेश में होने वाले इस मिनी विधानसभा उपचुनाव को लेकर चुनाव आयोग भी चिंतित है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराए जाने के लिए प्रत्येक बूथ पर मतदाताओं की तय संख्या 1500 से घटाकर 1000 कर दी गई है। राजनीतिक दलों के लिए बड़ी सभाएं आयोजित न करने की पहले से ही हिदायत दे दी है, उनसे इस संबंध में सुझाव भी मांगे गए हैं। इन सीटों पर सामान्य परिस्थितियों में चुनाव कराया जाता तो 21 करोड़ रुपए का खर्च आता, लेकिन कोविड-19 से बचाव के सभी उपाय करने की वजह से यह खर्च 71 करोड़ रुपए आएगा, यानी 50 करोड़ रुपए का अतिरिक्त खर्चा। प्रत्येक सीट पर चुनाव खर्च 2 करोड़ 73 लाख रुपए आएगा।
