सतना के वीर सपूत : शहीद जवान धीरेंद्र को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
भोपाल।।मध्य प्रदेश के सतना जिले के पड़िया निवासी CRPF जवान धीरेंद्र त्रिपाठी का बुधवार को उनके गृह ग्राम में राजकीय सम्मान और गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान वीर सपूत धीरेंद्र के अंतिम दर्शन के लिए हजारों लोगों की भीड़ हो गई। इससे पहले शहीद का शव सुबह गांव पहुंचा। यहां लोगों ने शहीद अमर रहे और भारत माता की जय के नारे लगाए।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज अनेक जनप्रतिनिधियों के साथ सतना जिले के ग्राम पडिया पहुँचकर शहीद श्री धीरेन्द्र त्रिपाठी के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री धीरेन्द्र जी ने भारत माता की सीमाओं की रक्षा करते हुए अपना जीवन बलिदान कर दिया। ऐसे अमर शहीद के चरणों में मध्यप्रदेश के समस्त नागरिकों की ओर से श्रद्धा-सुमन अर्पित करता हूँ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत माता के सच्चे सपूत शहीद त्रिपाठी के परिवार को श्रद्धा निधि एक करोड़ रुपए प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शहीद स्व. त्रिपाठी को वापस तो नहीं लाया जा सकता लेकिन राज्य शासन शहीद परिवार के साथ खड़ा है। स्व. त्रिपाठी की पत्नी अथवा परिवार की इच्छानुसार किसी एक परिजन को शासकीय सेवा प्रदान की जाएगी। विद्यालय अथवा किसी संस्थान का नाम शहीद त्रिपाठी के नाम पर किया जाएगा। इसके अलावा ग्राम के मार्ग का नामकरण भी शहीद के नाम पर किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने शहीद धीरेन्द्र त्रिपाठी के पिता श्री रामकलेश त्रिपाठी, माँ उर्मिला त्रिपाठी और शहीद की पत्नी श्रीमती साधना त्रिपाठी को सांत्वना दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शहीद स्व. त्रिपाठी के तीन साल के बेटे कान्हा और अन्य परिजन से भी चर्चा की।
शहीद धीरेन्द्र त्रिपाठी की प्रतिमा स्थापित की जाएगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्राम के शासकीय विद्यालय अथवा शहीद के परिवार और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के परामर्श से निर्धारित किए गए स्थान पर शहीद धीरेन्द्र त्रिपाठी की प्रतिमा स्थापित की जाएगी ताकि आने वाली पीढ़ी इस शहीद की शहादत से प्रेरणा ले सके और साहस और राष्ट्रप्रेम के विचार को और सशक्त बनाया जा सके।
आतंकी हमले में वीरगति को प्राप्त हुए।
शहादत की यह घटना दो दिवस पहले की है। जब CRPF की 110वीं बटालियन लेथपुरा पुलवामा में पदस्थ श्री धीरेन्द्र त्रिपाठी, शाम करीब 5 बजे ऑपरेशनल ड्यूटी के दौरान मोर्चे पर डटे थे। उसी समय आतंकवादियों द्वारा किये गए कायराना हमले में भारतीय सेना के जवान गंभीर रूप से घायल हुए। श्री धीरेन्द्र त्रिपाठी इस हमले में वीरगति को प्राप्त हुए। यह हमला उस समय किया गया जब जवान अपनी ड्यूटी सफलतापूर्वक समाप्त कर वापस कैम्प के लिए आ रहे थे। हमले में श्री त्रिपाठी के अलावा उत्तरप्रदेश के रायबरेली के श्री शैलेन्द्र प्रताप सिंह भी शहीद हुए। इस घटना में तीन अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हुए हैं।