पद्मावती की शौर्य गाथा को पाठ्यक्रम में किया जाएगा शामिल।- मुख्यमंत्री
Padmavati's Shaurya saga will be included in the curriculum. - Chief Minister

भोपाल।।मध्यप्रदेश के उपचुनाव में भले ही आम जनता के मुद्दे गायब रहें हो लेकिन सियासी घोषणाओं में कोई कमी नहीं दिखी। मंगलवार को राजपूत समाज के शस्त्र पूजन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने फिल्म पद्मावत के प्रदर्शन के दौरान समाज जन पर लगे मुकदमे वापस लेने और अगले वर्ष से पाठ्यक्रम में रानी पद्मावती के शौर्य को शामिल करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि शौर्य के क्षेत्र में महाराणा प्रताप और पद्मावती पुरस्कार दिए जाएंगे। रानी पद्मावती की स्मृति में भोपाल की मनुभावन टेकरी पर स्मारक बनाएंगे।
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने ट्वीट कर लिखा की,भोपाल के मनुआभान की टेकरी पर महारानी पद्मावती के स्मारक के लिए मैंने भूमि आरक्षित की है, वहां भव्य स्मारक बनाया जायेगा। समाज के पदाधिकारियों का एक प्रतिनिधि मंडल बने, जो स्मारक के स्वरूप की रूपरेखा बनाएं, ताकि हम सबकी अपेक्षा के अनुरूप उनका स्मारक बन सके।
महारानी पद्मावती के जीवन की शौर्य गाथा को अगले सत्र की पाठ्य पुस्तक में सम्मिलित किया जायेगा।
इसके अलावा 'महाराणा शौर्य पुरुस्कार' और 'पद्मिनी पुरुस्कार' प्रतिवर्ष मध्यप्रदेश सरकार की ओर से प्रदान किया जायेगा। पुरस्कार स्वरूप दो लाख रुपये नगद राशि प्रदान की जायेगी।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 27, 2020
One Comment