नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर और 11 अन्य के खिलाफ मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले में प्राथमिकी दर्ज की गई है।यह FIR एक ग्रामीण की शिकायत पर की गई। आरोप है की जनजातीय छात्रों के लिए शैक्षिक सुविधाओं के प्रबंधन के लिए जमा किए गए धन का दुरुपयोग राजनीतिक एवं राष्ट्र विरोधी एजेंडा के लिए करना।
कौन है जिसकी शिकायत पर हुआ FIR दर्ज ?
टेमला बुजुर्ग गांव निवासी प्रीतमराज बड़ोले की शिकायत पर शनिवार को बड़वानी पुलिस थाने में यह प्राथमिकी दर्ज की गई है।
क्या है FIR में ?
प्राथमिकी के अनुसार बड़ोले ने आरोप लगाया है कि मुंबई में पंजीकृत एक ट्रस्ट नर्मदा नवनिर्माण अभियान (एनएनए) ने मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में नर्मदा घाटी के जनजातीय छात्रों के लिए आवासीय शैक्षिक सुविधाओं के संचालन के लिए एकत्र किए गए धन का दुरुपयोग किया।
शिकायतकर्ता ने कहा कि एनएनए को पिछले 14 वर्षों में विभिन्न स्रोतों से 13.50 करोड़ रुपये मिले थे, लेकिन इन निधियों का उपयोग ‘राजनीतिक और राष्ट्र विरोधी एजेंडे’ के लिए किया गया था, जिसके लिए जांच की आवश्यकता है।
मेधा पाटेकर ने क्या कहा ?
पाटकर ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा, ‘‘अभी पुलिस की तरफ से मुझे किसी भी प्रकार की कोई सूचना नहीं मिली है। मैं सभी आरोपों का जवाब देने के लिए तैयार हूं। आर्थिक मुद्दे को लेकर अगर शिकायत है तो हमारे पास ऑडिट रिपोर्ट भी मौजूद है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि शिकायत करने वाला अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ा हुआ है। पाटकर ने बताया कि उन्होंने राशि का सही उपयोग किया है। उन्होंने कहा कि जीवन शाला का संचालन आज भी जारी है और बैंक खातों के लेनदेन की ऑडिट रिपोर्ट उनके पास मौजूद है।
उन्होंने कहा कि इस मामले के पीछे राजनीतिक कारण भी हो सकता है या फिर प्राथमिकी कराकर बदनाम करने की साजिश हो सकती है।
दस्तावेज और तथ्यों का परीक्षण किया जाएगा और उसी के आधार पर कार्रवाई आगे बढ़ाई जाएगी। -SP
निजी शिकायत के आधार पर पाटकर एवं अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है, जिसमें फरियादी के द्वारा कुछ दस्तावेज उपलब्ध करवाए हैं।शिकायत में दी गई जानकारी के आधार पर दस्तावेजों की जांच की जाएगी।और उसी के आधार पर कार्रवाई आगे बढ़ाई जाएगी।
पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला,बड़वानी, मध्यप्रदेश