भारत में पहली आधुनिक और आत्मनिर्भर गौशाला का निर्माण मध्य प्रदेश के ग्वालियर में किया गया है। जिसमें इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के सहयोग से दो हेक्टेयर में बायो सीएनजी प्लांट स्थापित किया गया है। इससे प्रतिदिन तीन टन तक सीएनजी और उच्च गुणवत्ता का 20 टन जैविक खाद मिलेगा।
गौशाला इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की सामाजिक जिम्मेदारी निधि से 32 करोड़ से बनी है। दो हजार गायों के हिसाब से शेड निर्माण के लिए दो हजार करोड़ रुपए सांसद निधि से दिए गए हैं। प्लांट से नगर निगम को लगभग 7 करोड़ की आय होगी।
मध्यप्रदेश में 104 बायोगैस संयंत्र विभिन्न गांवों में संचालित हैं। सबसे ज्यादा 24 बैतूल में, बालाघाट 13 में और सिंगरौली में 12 हैं।