एनटीपीसी सिंगरौली में सतर्कता जागरूकता सप्ताह बीते 21 से 26 अक्टूबर 2024 तक मनाया गया। जिसमें परियोजना के सतर्कता विभाग द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं तथा सामाजिक जागरूकता गतिविधियों का भी आयोजन किया गया। इस संबंध में एनटीपीसी सिंगरौली के परियोजना प्रमुख, श्री राजीव अकोटकर ने अपने सभी अधिकारीयों, कर्मचारीयों, सीआईएसएफ यूनिट व संविदा कर्मियों को सत्यनिष्ठा की संस्कृति अपनाने तथा राष्ट्र की समृद्धि में निरंतर कार्यरत रहने के लिए शपथ दिलाया। इस दौरान, एनटीपीसी सिंगरौली में विभिन्न प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया, जिसमें निबंध लेखन, नारा प्रतियोगिता, ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी, लघु कथा लेखन, चित्रकला, भाषण, नृत्य, आदि
शामिल रहे।
सप्ताह के अंत में, दिनांक 26 अक्टूबर 2024 की शाम स्थानीय कर्मचारी विकास केंद्र में समाज में भ्रष्टाचार के खिलाफ़ तथा जन मानस में नैतिक व्यवहार को बढ़ावा देने हेतु एक नाट्य मंचन कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया जिसका शीर्षक था “सैयां भए कोतवाल”, मराठी लेखक बसंत सबनीस द्वारा मराठी भाषा में यह लोक नाट्य “विच्चा भाजी पूरी करा” नाम से है।
जिसका हिन्दी अनुवाद उषा बनर्जी द्वारा “सैयां भए कोतवाल” नाम से किया गया है। नाटक में समसामयिक समस्या, भाई-भतीजावाद या यूं कहें “अंधा बांटे रेवड़ी – अपने-अपने को देय“ कहावत चरितार्थ होती है।
आज हमारे प्रदेश या देश में ही नहीं सम्पूर्ण विश्व में भाई-भतीजावाद /सालावाद बड़ी समस्या है और इस समस्या के कारण भ्रष्टाचार बढ़ता है। यदि हम आज अपने निजी स्वार्थ को त्यागकर काम करें और अपने पद का दुरुपयोग न करें तो समाज अच्छा बन सकता है।
हम किसी योग्य व्यक्ति को ही पद पर बैठाएँ चाहे वो कोई भी हो। ऐसा करने से हम भ्रष्टाचार को काफी हद तक कम कर सकते हैं। पावर मिलने पर अगर हम अपने द्वारा आयोग्य लोगों को लाभान्वित करेंगे तो हमें भ्रष्टाचार से सामना करना पड़ेगा और इस स्थिति में हम न ही भ्रष्टाचार से लड़ सकेंगे और न ही इसका विरोध कर पाएंगे। बल्कि भ्रष्टाचार के दलदल में और धँसते चले जाएँगे। इस नाट्य मंचन का कुशल निर्देशन ज्ञानेश्वर मिश्र (ज्ञानी) द्वारा किया गया।
एनटीपीसी इस पहल के माध्यम से जनमानस को शिक्षित करने और सत्यनिष्ठा के प्रति मजबूत प्रतिबद्धता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कार वितरण किया गया।
इस पूरे साप्ताहिक कार्यक्रम का संचालन श्री सूसोभन दास, अपर महाप्रबंधक, सतर्कता विभाग के कुशल नेतृत्व में किया गया।