खंडवा। जिले मे लोकयुक्त की टीम ने बड़ी कार्यवाही करते हुये सेंट्रल जीएसटी के सुपरिंटेंडेंट को 20 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथो धर दबोचा है। जीएसटी रिवोक करने के एवज मे फरियादी से मांगी थी 20 हजार रु की रिश्वत।
प्राप्त जानकारी के अनुसार खरगोन जिले के सनावद निवासी राहुल बिरला ने इंदौर लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी की उसका फर्म लक्ष्य एकाउंटिंग सॉल्यूशन सनावद में है जिसमे वह अपने क्लाइंटों का CGST रिटर्न और एकाउंटिंग का कार्य करता है। उसके एक एक क्लाइंट की मेडिकल फ़र्म का जीएसटी रजिस्ट्रेशन सस्पेंड कर दिया गया था जिसे वापस रिवोक करवाने एंव अन्य 03 क्लाइंटों के फर्मों में पते तथा मोबाइल नंबर का अमेंडमेंट कराने के लिए जब वह CGST ऑफिस के सुपरिंटेंडेंट मुकेश त्रिपाठी के पास गया तो उससे सुपरिंटेंडेंट मुकेश त्रिपाठी ने 20 हजार रु की रिश्वत की मांग कर रहा है। फरियादी की शिकायत पर लोकयुक्त की टीम ने एक आरोपी को रंगे हाथो दबोचने के लिए एक योजना बनाई। योजना के तहत जब CGST ऑफिस के सुपरिंटेंडेंट फरियादी से 20 हजार रु की रिश्वत ले रहा था उसी समय लोकयुक्त की टीम ने आरोपी सुपरिंटेंडेंट को धर दबोचा। लोकायुक्त पुलिस इंदौर ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा-7 के अंतर्गत कार्रवाई किया।