
MP News: पिपरिया इलाके में सोमवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जिसमें एक ही परिवार के तीन सदस्यों ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.। मृतक की पहचान सरकारी भगत सिंह पीजी कॉलेज के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी 45 वर्षीय मकरंद विश्वकर्मा के रूप में हुई है। उन्होंने अपनी पत्नी शशि विश्वकर्मा और बेटी निक्की विश्वकर्मा के साथ घर के पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली।
दोपहर करीब 12:00 बजे मकरंद का भतीजा घर पहुंचा तब घटना का पता चला। उसने घर का दरवाजा खटखटाया तो किसी ने नहीं खोला, जिसके बाद पड़ोसियों ने खिड़की से झांककर देखा तो तीनों के शव फंदे से लटकते नजर आए। सूचना के बाद पुलिस ने शवों को उतारकर पोर्टमार्टम कराया है। मर्ग कायम कर जांच की जा रही है। पुलिस ने मृतक परिवार के रिश्तेदारों से भी पूछताछ की है। बताया जा रहा है कि मकरंद को छह महीने से वेतन नहीं मिला था। मृतक की बेटी ने बोर्ड परीक्षा उत्कृष्ट अंकों से उत्तीर्ण की थी, उसे 15 अगस्त पर पुरस्कृत भी किया गया था। वह कॉलेज के प्रथम वर्ष में पढ़ रही थी।
क्यों की सामूहिक आत्महत्या
सामूहिक आत्महत्या के पीछे चार मुख्य कारण हैं, जिनमें पिछले छह महीने से वेतन न मिलना, घरेलू विवाद और कॉलेज के भीतर झगड़े और मौत से पहले तैनात कर्मचारी का मामला शामिल है। इस घटना में कॉलेज के बाबू राजेश रायकवार भी शामिल हैं। पुलिस अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। हर पहलू से जांच की जा रही है। मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें क्या लिखा है, यह पुलिस ने अभी तक जारी नहीं किया है।