कोरोना दवा बनाने के बाबा रामदेव के दावों की, सरकार ने निकाली हवा !
नई दिल्ली।। पतंजलि ने कोरोना की दवाई तैयार कर ली है ऐसा बाबा रामदेव ने दावा किया। उनका दावा था कि ये दवाई पूरी रिसर्च के बाद तैयार की गई है और इसका मरीजों पर ट्रायल भी हो चुका है। इस दवा का नाम उन्होंने कोरोनिल बताया। लेकिन अब इस दावे को लेकर आयुष मंत्रालय का बयान सामने आया है। जिसमें कहा गया है कि मंत्रालय को ऐसी किसी भी दवा के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
आयुष मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया है कि
- पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड ने कोरोना वायरस की दवाई बनाई है।इस साइंटिफिक स्टडी को लेकर किए गए दावे मंत्रालय की जानकारी में नहीं हैं।
- पतंजलि से कहा गया है कि वह नमूने का आकार, स्थान, अस्पताल जहां अध्ययन किया गया और आचार समिति की मंजूरी के बारे में विस्तृत जानकारी दे।
- पतंजलि से यह भी कहा गया है कि वह जल्द से जल्द उस दवा का नाम और उसके घटक बताए जिसका दावा कोविड उपचार के लिए किया जा रहा है।
Ministry has taken cognizance of news in media about Ayurvedic medicines developed for #COVID19 treatment by Patanjali Ayurved Ltd. The company asked to provide details of medicines & to stop advertising/publicising such claims till issue is duly examined: Ministry of AYUSH
— ANI (@ANI) June 23, 2020
मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि इस आयुर्वेदिक ड्रग मैन्युफैक्चरिंग कंपनी को सूचना दी गई है कि इस तरह की दवाई को लेकर प्रचार करना ड्रग एंड मैजिक रेमेडीज एक्ट के तहत आता है। वहीं कोरोना वायरस को लेकर वैक्सीन या दवा के बारे में केंद्र सरकार की तरफ से निर्देश भी जारी किए गए हैं। आयुष मंत्रालय की तरफ से 21 अप्रैल को इस संबंध में एक नोटिफिकेशन भी जारी हुआ था। जिसमें साफ कहा गया था कि कोरोना को लेकर कोई भी स्टडी या रिसर्च के लिए किन बातों को फॉलो किया जाना चाहिए।
दवा के प्रचार पर रोक लगाने के निर्देश
मंत्रालय ने पतंजलि को कहा है कि जब तक इस दावे की पुष्टि नहीं हो जाती है तब तक इस दवा को लेकर हर तरह के प्रचार पर रोक लगाई जाए। इसके अलावा उत्तराखंड सरकार के स्टेट लाइसेंसिंग अथॉरिटी से लाइसेंस की कॉपी और कोरोना का इलाज करने वाली इस दवा को लेकर प्रोडक्ट अप्रूवल के दस्तावेज भी समांगे गए हैं।