गरीबों के मसीहा “सोनू सूद” बने आदतन अपराधी !
"Sonu Sood" the messiah of the poor became habitual criminals!

मुंबई : कोरोना महामारी के दौरान हुए लॉकडाउन से लेकर अब तक सोनू सूद लगातार चर्चा में बने हुए हैं वजह है लोगों की मदद। सोनू सूद ने महामारी के दौरान गरीब और जरूरतमंद लोगों की हर संभव मदद की जिसके चलते उन्हें गरीबों का मसीहा तक कहा जाने लगा है। कुछ लोगों ने तो उन्हें भगवान ही मान लिया है। एक बार फिर सोनू सूद चर्चा में है। इस बार चर्चा का विषय किसी गरीब की मदद करना नहीं, बल्कि मुंबई नगरपालिका द्वारा आदतन अपराधी कहा जाना है।
क्या है सोनू सूद और BMC के बीच का पूरा विवाद ?
बीएमसी ने सोनू सूद पर यह आरोप लगाया है कि, उन्होंने मुंबई के जुहू में एबी नायर रोड पर स्थित शक्ति सागर नामक रिहायशी बिल्डिंग को होटल में तब्दील कर दिया है। जिसका उन्होने कमर्शियल इस्तेमाल किया है।यह महाराष्ट्र रीजन एंड टाउन प्लैनिंग एक्ट के सेक्शन 7 के तहत दंडनीय है।
मुंबई नगरपालिका ने आरोप लगाते हुए कहा है कि, सोनू सूद ने छह मंजिला रिहायशी बिल्डिंग को होटल में बदल दिया है।और बीएमसी की अनुमति के बिना बिल्डिंग के नक्शे में बदलाव किया है।

बीएमसी ने मंगलवार को मुंबई हाई कोर्ट में दाखिल अपने हलफनामे में कहा है की, सोनू सूद ने अनाधिकृत निर्माण करवाया है। जिसके लिए उन्हें नोटिस भी जारी किया गया है। उन्होंने नोटिस नजरअंदाज कर, लगातार निर्माण जारी रखा है।
क्यों BMC ने सोनू सूद को आदतन अपराधी कहा है ?
बीएमसी द्वारा जारी किए गए नोटिस के खिलाफ अभिनेता ने मुंबई हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। सोनू सूद के वकील का कहना है कि अभिनेता ने अपने 6 मंजिला इमारत में कोई भी अनाधिकृत निर्माण नहीं करवाया है। जो भी बदलाव किए हैं वह महाराष्ट्र क्षेत्रीय एवं नगर योजना अधिनियम के तहत है। जबकि बीएमसी का कहना है कि 2 बार अतिक्रमण को हटाने के लिए कार्यवाही की जा चुकी है। बीएमसी ने सोनू सूद पर आरोप लगाते हुए उन्हें आदतन अपराधी बताया है।
