“आजतक” का झूठा दावा, AMU में मश्कूर उस्मानी ने जिन्ना की तस्वीर लगाई?
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के पूर्व छात्र नेता मश्कूर उस्मानी को कांग्रेस ने बिहार चुनाव में जाले विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। पार्टी द्वारा मश्कूर उस्मानी के उमीदवारी कि घोषणा के बाद हिंदी न्यूज चैनल आजतक ने उस्मानी पर ‘जिन्ना समर्थक’ होने का आरोप लगाया और दावा किया कि 2018 में उन्होंने AMU में पाकिस्तान के फाउंडर मोहम्मद अली जिन्ना की पोर्ट्रेट लगवाई थी।
सच्चाई क्या है?
सच यह है कि AMU में जिन्ना की तस्वीर है, लेकिन आजतक का दावा कि उस्मानी ने वो तस्वीर लगवाई है, दावा झूठा है। वो तस्वीर 1938 से AMU में है।
यह मुद्दा 2018 में सामने तब आया था जब अलीगढ़ से बीजेपी सांसद सतीश गौतम ने AMU के वाइस-चांसलर तारिक मंसूर को एक खत लिखा और उनसे पूछा कि जिन्ना की तस्वीर लगाने के पीछे क्या वजह है। उस्मानी उस समय AMU छात्र संघ के अध्यक्ष थे।
एएमयू में इतिहास के प्रोफ़ेसर मोहम्मद सज्जाद कहते हैं, ”एएमयू के स्टूडेंट यूनियन हॉल में जिन्ना की तस्वीर साल 1938 से लगी हुई है, जब जिन्ना को आजीवन सदस्यता दी गई थी। ये आजीवन मानद सदस्यता एएमयू स्टूडेंट यूनियन देता है. पहली सदस्यता महात्मा गांधी को दी गई थी। बाद के सालों में डॉ भीमराव आंबेडकर, सीवी रमन, जय प्रकाश नारायण, मौलाना आज़ाद को भी आजीवन सदस्यता दी गई। इनमें से ज़्यादातर की तस्वीरें अब भी हॉल में लगी हुई हैं।” SOURCE: BBCHINDI