
Rahasya : दुनिया भर के गांव, शहर, साम्राज्य और जंगल लोगों और विभिन्न प्रकार के जानवरों से भरे हुए हैं। लेकिन आज हम दुनिया के एक ऐसे गांव की कहानी बता रहे हैं, जहां लोगों से ज्यादा गुड़ियाएं हैं। इस गांव में अगर कोई गलती से घुस जाए तो पहली बार डरेगा, सोचेगा कि कहां से आया हूं? इस गांव को देखकर आपको ऐसा लगेगा जैसे आप किसी दूसरी दुनिया में पहुंच गए हैं। यहां की गलियों, घरों और खेतों में आपको लोग नहीं, सिर्फ मूर्तियां नजर आएंगी।
यहाँ जाने पर डर जाते हैं लोग ?
यह अनोखा गांव जापान के शिकोकू द्वीप पर स्थित नागोरो गांव है, जिसे गुड़ियों का गांव भी कहा जाता है। यहां की मूर्तियों को स्थानीय भाषा में बिजूका कहा जाता है। यहाँ रात में कई बार पर्यटक इन्हें देखकर डर जाते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस गांव में महज 30 लोग रहते हैं, जहां भुथु की संख्या कम से कम 300 होगी। यहां आने के बाद आपको दुकानों, बस स्टॉप और अन्य सार्वजनिक जगहों पर लोग दिखें या न दिखें, लेकिन खौफ जरूर देखने को मिलेगा।
इस कहानी के पीछे क्या है राज ?
लेकिन गुड़िया गांव बनने की यह कहानी ज्यादा पुरानी नहीं है, इसकी शुरुआत महज 10 साल पहले हुई थी। उस समय महिलाओं ने स्कूलों में लगाने के लिए बिजूका बनाया था। उस समय इस गांव में लोगों की आबादी बहुत थी, लेकिन धीरे-धीरे यहाँ के लोग काम की तलाश में पलायन करने लगे। इस प्रकार पूरा गांव खाली हो गया और कुछ ही लोग गांव में रह गए। ऐसे में यहां के लोग अपने अकेलेपन को दूर करने के लिए इस तरीके का सहारा लेते हैं और पूरे गांव को मूर्तियां देते हैं। सबसे खास बात यह है कि ये मोती कहीं से नहीं खरीदे गए हैं, बल्कि गांव की एक बुजुर्ग महिला ने बनाए हैं, जिनकी उम्र 70 साल से अधिक है। इस बुढ़िया के मुताबिक उसने ऐसा गांव की वीरानी को कम करने के लिए किया। यह भी कहा जाता है कि जब भी लोग यहां अकेला महसूस करते हैं तो वे इन मूर्तियों से बात करने लगते हैं।