सिंगरौली; चिनगो पंचायत में मुरमी करण रोड निर्माण जारी फिर भी पूर्ण का लगा बोर्ड
राकेश विश्वकर्मा/सोनू विश्वकर्मा
चितरंगी/चिनगो।। सिंगरौली जिले के जनपद पंचायत क्षेत्र-चितरंगी के अन्तर्गत ग्राम पंचायत क्षेत्र-चिनगो में मनरेगा कार्य के तहत मुरमी करण रोड जारी फिर भी पूर्ण कार्य का बोर्ड लगा।
बोर्ड में दर्शाया गया विवरण
जिसकी पूरी लागत जिसमें दर्शाया गया है कि- मद मनरेगा वर्ष-2020-21 के अन्तर्गत कार्य कोड- RC/22012034540646 है जो कि मुरुम के द्वारा कृष्णा प्रसाद के घर से बूधन लाल के घर तक सड़क निर्माण 1की.मी. की दायरे में दिखाई गई है, इसमें कार्य का तकनीकी स्वीकृति विवरण एवं प्रशासकीय स्वीकृति विवरण दिनांक – 12/02/2021 को जारी किया गया है,जिसमें कार्य के ऊपर व्यय का लागत विवरण –
कार्य में सामग्री
586443 रुपये और मजदूरी – 641582 रुपये स्पष्ट रूप से दर्शाया गया है।साथ ही औसतन 3376.75 सौ मानव दिवस का रोजगार मनरेगा के तहत सृजित किया गया है।
जे.सी.बी. एवं ट्रैक्टर से करवाया जा रहा है सड़क निर्माण
स्थानीय लोगों का कहना है कि हो रहे रोड निर्माण में मजदूरों को कार्य पर नहीं रखा गया,दलाल शिक्षक-विनोद सिंह बैस के दवाब में आकर सरपंच-बीर सिंह कोल एवं सचिव-रामायण प्रसाद बैस ने सड़क निर्माण के लिए जे.सी.बी. एवं ट्रैक्टरों को लगाकर कार्य को कराया जा रहा है।
मनरेगा के तहत मजदूरों को नहीं मिल रहा कार्य
ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत क्षेत्रों में किसी भी निर्माण कार्यों में स्थानीय लोगों को कार्य पर रखा जाता है लेकिन यहां पर तो नेता/दलालों की चलती है जिसके दबाव में सरपंच,सचिव आकर उन्हीं के कहने पर समस्त कार्यों को उन्हीं के निगरानी एवं देखरेख में सौप देते हैं। जिससे मनरेगा के तहत हम लोगों को कार्य न देकर सरपंच सचिव ने मशीनों से काम करा रहे हैं,जो हमलोगों के साथ अन्याय है।
सड़क निर्माण जारी फिर भी लगा पूर्ण का बोर्ड
स्थानीय लोगों से जानकारी के मुताबिक अभी तक नहीं हुआ पूर्ण सड़क निर्माण फिर भी तीन माह पहले ही पूरा सड़क निर्माण कार्य का बोर्ड लगाकर उसकी मोटी रकम को ऐंठ लिया गया है। उसी के वजह से हम लोगों को नहीं रखा गया मनरेगा काम पर। इसी तरह हमेशा से गरीबों का शोषण होता आ रहा है,सरपंच सचिव ने हम जैसे बेरोजगारों को सड़क निर्माण में रोजगार नहीं दिया जा रहा है।
सरपंच सड़क निर्माण से सम्बन्धित पूछताछ के दौरान भड़के
जब संवाददाता ने सरपंच से सड़क निर्माण के सिलसिले में जानकारी लेनी चाही तो सरपंच-बीर सिंह कोल ने बताया कि 50-60 स्थानीय लोगों को सड़क निर्माण में लगाकर कार्य करा रहे हैं, और 2-3 दिन से मशीनों के माध्यम से कार्य को करा रहे हैं, जब इस बात के ऊपर प्रश्न कीया की स्थानीय लोगों का कहना है कि हम लोगों से तो सड़क निर्माण कार्य कराया ही नहीं गया, इसी प्रश्न से सरपंच आग बबुला हो गया और बोलने लगा कि जाइए जो करना है कर लीजिए हम किसी से डरने वाले नहीं है।
जब इस तरह से ग्राम पंचायत के जन प्रतिनिधि ग्रामीणों के हक का करेंगे शोषण,तो किस प्रकार से मिलेगा ग्रामीणों को न्याय?