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खुशखबरी : बतौर मेंटेनेंस पेरेंट्स को मिलेंगे 10,000 रुपये!

खुशखबरी : बतौर मेंटेनेंस पेरेंट्स को मिलेंगे, 10,000 रुपये!

जो बच्चे अपने माँ की गोद में पलते हैं और पिता के हाथ पकड़ कर चलते हुए जब युवा हो जाते हैं। शादी कर लेते हैं। तब बुजुर्ग माता-पिता की कद्र करना तो दूर उन्हें घर की दहलीज़ से निकाल कर वृद्धाश्रम पहुंचाने से भी नहीं हिचकिचाते हैं। ऐसे पढे लिखे बेटों के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है।


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अब केंद्र सरकार माता-पिता और बुजुर्गों की देखरेख के लिए नया नियम लाने जा रही है। संसद के मौजूदा मॉनसून सत्र में मेंटनेंस और वेलफेयर ऑफ पेरेंट्स और सीनियर सिटिजन (अमेंडमेंट) बिल 2019 पर फैसला लिया जा सकता है। 

क्या है मेंटनेंस और वेलफेयर ऑफ पेरेंट्स और सीनियर सिटिजन (अमेंडमेंट) बिल 2019 The Maintenance and Welfare of Parents & Senior Citizens (Amendment) Bill, 2019

इस बिल का मकसद बच्चों द्वारा उनके माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों को छोड़ने से रोकना है। केंद्रीय कैबिनेट ने दिसंबर 2019 में ही इस अमेंडमेंट बिल को पास कर दिया था और मॉनसून सत्र में इस बिल को पेश करना चाहती है। 

इस विधेयक में माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए, उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने और उनके भरण-पोषण प्रावधान बनाया गया है। संसद में पेश किए जाने से पहले इस बिल में कई अहम बदलाव किये गए हैं। सरकार ने 10,000 रुपये के कैप को हटा दिया है। यानी अगर यह बिल संसद में पास होकर कानून बन जाता है तो बुजुर्ग पैरेंट्स को 10,000 से ज्यादा रुपये मेंटेनेंस के तौर पर देने होंगे। 

कैबिनेट ने दिसंबर 2019 में इस बिल के तहत बच्चों का दायरा बढ़ाते हुए इसमें माता-पिता के बेटे और पोतों (18 या उससे अधिक उम्र वाले) को शामिल किया गया है। इस बिल में सौतेले बच्चे, गोद लिये बच्चे और नाबालिग बच्चों के कानूनी अभिभावकों को भी शामिल किया गया है। सरकार ने मेंटेनेंस का पैसा देने की मोहलत को भी 30 दिन से घटाकर 15 दिन कर दिया है। 

अधिनियम के तहत रखरखाव की पहले की परिभाषा में केवल भोजन, कपड़े, निवास, चिकित्सा उपस्थिति और उपचार का प्रावधान शामिल था, लेकिन सरकार ने इसमें सुरक्षा के प्रावधानों को भी प्राथमिकता दी है। बिल पास होने पर इस कानून के प्रभाव में आने से युवा अपने बुजुर्ग माता-पिता या दादा-दादी को प्रताड़ित करने से डरेंगे। यह कानून बुजुर्गों के हित की रक्षा करेगा। 

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Tauheed Raja

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