भोपाल। ‘राजतिलक होते-होते कई बार वनवास भी हो जाता है…’, यह बात मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने विधानसभा क्षेत्र बुधनी के शाहगंज में कही।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बयान के सियासी मायने कुछ भी हो, लेकिन उनका दर्द अब छलक रहा है। दरअसल राज्य के विधानसभा चुनाव में भाजपा को भारी बहुमत मिलने के बाद मुख्यमंत्री की कुर्सी चौहान के स्थान पर डॉ. मोहन यादव को सौंपी दी गई। इसके बाद से ही सियासी गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं हैं।
अपने क्षेत्र बुधनी में शिवराज का छलका दर्द,कहा कई बार राजतिलक होते होते वनवास भी हो जाता है।सुनिये। pic.twitter.com/yoiMd6psrx
— Sukesh Ranjan (@RanjanSukesh) January 3, 2024
शिवराज की पहचान बेटियों के मामा और महिलाओं के भाई के तौर पर है। उन्होंने अपने आवास को “मामा का घर” नाम देकर इसे जाहिर भी किया है। चौहान ने अब बी-आठ 74 बंगला को “मामा का घर” नाम दिया है।
मेरे प्यारे बहनों-भाइयों और भांजे-भांजियों,आप सबसे मेरा रिश्ता प्रेम, विश्वास और अपनत्व का है।पता बदल गया है, लेकिन “मामा का घर” तो मामा का घर है। आपसे भैया और मामा की तरह ही जुड़ा रहूँगा। मेरे घर के दरवाजे सदैव आपके लिए खुले रहेंगे।
आपको जब भी मेरी याद आये या मेरी जरूरत हो, नि:संकोच घर पधारिये आखिर यह आपके मामा और भैया का घर जो है।
मेरे प्यारे बहनों-भाइयों और भांजे-भांजियों,
आप सबसे मेरा रिश्ता प्रेम, विश्वास और अपनत्व का है।पता बदल गया है, लेकिन "मामा का घर" तो मामा का घर है। आपसे भैया और मामा की तरह ही जुड़ा रहूँगा। मेरे घर के दरवाजे सदैव आपके लिए खुले रहेंगे।
आपको जब भी मेरी याद आये या मेरी जरूरत… pic.twitter.com/P9ys9MWzah
— Shivraj Singh Chouhan (मोदी का परिवार ) (@ChouhanShivraj) January 3, 2024