
Success Stories in Hindi : सफलता सोचने से नहीं मेहनत से मिलती है (Success comes from hard work not thinking)और अगर कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो किस्मत भी साथ देती है। कुछ ऐसी ही दास्तान है कुछ माह पहले तक शिक्षित बेरोजगार रहे सीहोर के शलभ चौहान की।Also Read : SBI Home Loan : भारतीय स्टेट बैंक अपने ग्राहकों को दे रहा कम ब्याज दर में Home Loan !
शलभ (Salabh)के लिए बेरोजगारी (Unemployment) अब बीते दिनों की बात हो गई और यह संभव हो पाया है प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम से। शलभ इस योजना से लाभान्वित ऐसे हितग्राही है, जिन्होंने स्वयं का कील निर्माण का उद्योग स्थापित कर दूसरो को भी रोजगार के अवसर (employment opportunities)प्रदान किए है।
शलभ (Salabh) ने बताया कि वे सदैव जिंदगी में कुछ बेहतर करने की इच्छा रखते थे। कई प्रतियोगी परीक्षाएँ देने के बाद भी जब उन्हें सफलता नहीं मिली तो माता-पिता भी उनके भविष्य को लेकर चिंतित रहने लगे।
शलभ (Salabh) बताते है कि मन में व्यापार करने का विचार तो आया, लेकिन इसके लिए पैसे की कमी आड़े आ रही थी। तब शलभ को प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (Prime Minister’s Employment Generation Program) के बारे में पता चला। उन्होंने जानकारी प्राप्त कर ऋण के लिए आवेदन दिया। तत्पश्चात शलभ को 25 लाख रूपए का ऋण स्वीकृत किया गया।
शलभ बताते है कि प्राप्त ऋण से उन्होंने अपना कील निर्माण का व्यवसाय प्रारंभ किया और अब अपने साथ ही अन्य लोगो को भी रोजगार दे रहे है। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद दिया है।