अंकुर पटेल
वाराणसी। जैतपुरा थाना के चौकाघाट में हिस्ट्रीशीटर अधिवक्ता और ट्राली चालक की सरेराह हुई हत्या के मामले फरार चल रहे हेमंत सिंह ने सीजेएम कोर्ट में अपने अधिवक्ता अनुज यादव, बिनीत सिंह, विकास सिंह व मनीष राय, चंद्रभान सिंह, सतीश यादव के जरिये आत्मसमर्पण कर दिया है। कोर्ट ने हेमन्त सिंह को न्यायिक अभिरक्षा में 14 दिन के लिए जेल भेज दी है।
कचहरी परिसर में 25 हजार के ईनामी हेमंत सिंह के समर्पण की जानकारी मिलते ही क्राइम ब्रांच की टीम भी कचहरी पहुंच गई और बनारस बार गेट के पास हेमंत सिंह को लेकर जा रहे वकीलों को घेर कर हेमंत को पकड़ने की कोशिश करने लगे। इसकी जानकारी मिलते ही आरोपित के अधिवक्ताओं समेत दर्जनों की संख्या में वकील वहां पहुंच गए। जिसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम व वकीलों में जमकर झड़प होने के साथ ही कहासुनी होने लगी। वकीलों के बढ़ते दबाव को देखते हुए क्राइम ब्रांच की टीम बैक फुट पर आ गयी और वहां से निकल गयी। उसके बाद अधिवक्ताओं ने हेमंत सिंह को लेकर सीजेएम कोर्ट पहुंचे।
सीजेएम कोर्ट में अधिवक्ता अनुज यादव ने आवेदन देकर कहा कि आरोपित किसी घटना में शामिल नहीं है, पुलिस उसे फर्ज़ी फंसा रही है। जैतपुरा दोहरे हत्याकांड में हेमंत सिंह को पुलिस खोज रही है। यदि वह इस हत्याकांड में वांछित है तो उसे न्यायिक हिरासत में लेकर जेल भेजा जाय। जिसके बाद अदालत ने इस मामले में हेमंत सिंह के खिलाफ पूर्व में जारी वारंट के आधार पर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में लेकर जेल भेज दिया।
आपको बतातें चले कि अधिवक्ता अभिषेक सिंह प्रिंस की हत्या पुरानी रंजिश में की गई थी। जिसका मुख्य अभियुक्त विवेक सिंह कट्टा जौनपुर कोर्ट में आत्मसमर्पण किया था, जबकि अन्य आरोपियों को क्राइम ब्रांच और जैतपुरा पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वाराणसी पुलिस अब डबल मर्डर के खुलासे के लिए दोनों आरोपितों को कस्टडी रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही।