वाराणसी।। उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ जर्नलिस्ट (उपज) के प्रांतीय महामंत्री राधेश्याम लाल कर्ण के असामयिक निधन से न केवल उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ जर्नलिस्ट (उपज) बल्कि समूचे पत्रकारिता जगत को अपूर्णीय क्षति हुई है, जिसकी भरपाई असंभव है। राधेश्याम लाल कर्ण रात-दिन कड़ी मेहनत कर पूरे उत्तर प्रदेश में पत्रकारों को एकजुट कर उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ जर्नलिस्ट (उपज) संगठन का गठन किया, जो ट्रेड यूनियन से पंजीकृत प्रदेश स्तरीय एक मात्र पत्रकार संगठन हैं।
संस्थापक महामंत्री का यूंही चले जाना विश्वास ही नहीं हो रहा
उपज संगठन के संस्थापक महामंत्री द्वारा दिन-रात मेहनत कर पत्रकारों की बुलंद आवाज बनने वाले संस्थापक महामंत्री का यूंही चले जाना विश्वास ही नहीं हो रहा है कि वह हमारे बीच नहीं रहे। उनकी असामयिक निधन से संगठन और पत्रकारिता जगत में एक अपूर्णीय क्षति हुई है, उनके निधन पर विभिन्न सामाजिक संस्थाओं एवं गणमान्यजन के द्वारा उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया गया, श्री कर्ण पत्रकारों के हित के लिए सदैव प्रखर चिंतित, सरल स्वभाव, कार्य के प्रति निष्ठा, कर्मठ संगठन निर्माणक थे, वह लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ एकता के प्रयासों का हमेशा समर्थन किया, जिससे समाज सेवा के प्रति उनकी स्मृतियां हमेशा बनी रहेंगी।
सांस लेने में दिक्कत
बता दें कि वरिष्ठ पत्रकार श्री कर्ण रायबरेली से सृष्टि संकट और सृष्टि जागरण समाचार पत्रों का प्रकाशन भी करते थे। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किये थे, और इस सामाजिक कार्य के लिए उन्हें तत्कालीन राज्यपाल ने सम्मानित भी किया था। 24 अक्टूबर 2024, शाम को अचानक उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने पर तत्काल जिला चिकत्सालय ले जाया गया, जहां चिकित्सकों के अथक प्रयास के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका।
प्रदेश अध्यक्ष सर्वेश कुमार सिंह ने शोक व्यक्त किया
उपज के प्रदेश अध्यक्ष सर्वेश कुमार सिंह ने महामंत्री श्री कर्ण के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि प्रांतीय महामंत्री राधेश्याम लाल कर्ण ने हम सबका साथ छोड़ दिया, वे सिर्फ महामंत्री नहीं इस संगठन के कर्णधार थे, आज उनके निधन से हम सब असहाय महसूस कर रहे हैं, मानों संगठन के प्राण उड़ गए हैं, उनके जाने से मैंने अपना मार्गदर्शक और अति विश्वसनीय साथी खो दिया है।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य विनोद कुमार बागी ने कहा कि श्री कर्ण के जाने से मन बहुत ही व्यथित हैं वे संगठन के जानकार, संवेदनशील और बहूत ही सरल व्यक्तित्व के धनी थे। उपज के प्रांतीय उपाध्यक्ष अजीत नारायण सिंह ने कहा कि श्री कर्ण के असामयिक निधन की सूचना से मैं स्तब्ध हूँ, उनके निधन से संगठन और समाज में एक अपूर्णीय क्षति हुई है, वह न केवल अपने परिवार और दोस्तों के लिए बल्कि पूरे संगठन एवं पत्रकारिता जगत के लिए एक अपूर्णीय क्षति है, उनके योगदान और नेतृत्व को सदैव याद किया जाएगा।
उपज के लिए अपूर्णीय क्षति
नेशनल यूनियन ऑफ़ जर्नलिस्ट (इंडिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक मलिक ने कहा कि एक कर्मठ पत्रकार नेता का यूँ जाना पत्रकारिता, एनयूजे-आई और उपज के लिए अपूर्णीय क्षति है। राष्ट्रीय महासचिव सुरेश शर्मा ने कहा कि वे संगठन के जानकार, संवेदनशील और बहूत ही सरल व्यक्तित्व के धनी थे, ईश्वर की शक्ति के सामने किसका बस चलता है, इसलिए इस अनहोनी को स्वीकारना ही पड़ा। साथ ही अन्य राष्ट्रीय पदाधिकारियों ने भी श्री कर्ण के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए ईस्वर से कर्ण जी के आत्मा की शान्ति हेतु प्रार्थना किया।
स्व. कर्ण का अंतिम संस्कार रायबरेली के गंगातट पर स्थित डालामऊ घाट पर हुआ, उनके अंत्येष्ठि में उपज के प्रदेश अध्यक्ष सर्वेश कुमार सिंह, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य राजीव शुक्ला, हेमन्त कृष्ण, प्रदेश उपाध्यक्ष विलाल किदवई, अजीत नारायण सिंह, प्रदेश कोषाध्यक्ष बालमुकुन्द तिवारी, जिलाध्यक्ष भदोही वीरेंद्र कुमार चतुर्वेदी, महामंत्री भदोही दीपक कुमार श्रीवास्तव, रायबरेली जिले के सभी पदाधिकारी व सदस्यों के साथ अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।