वाराणसी।। सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय जम्मू-कश्मीर (जीएमसी चिकित्सालय) की तत्परता से वाराणसी निवासी मुन्ना सेठ पुत्र कल्लू सेठ के तबीयत में आया सुधार। बता दें कि वाराणसी निवासी मुन्ना सेठ पुत्र कल्लू सेठ उम्र 30 वर्ष अपने जीजा राजन सेठ बहन सोनी सेठ पत्नी अलका सेठ और बच्चों के साथ माता वैष्णों देवी के दरबार में दर्शन के लिए गया था, दर्शन के बाद अचानक होटल में बेहोश हो गया।
मुन्ना सेठ की ज्यादा तबियत बिगड़ने पर उसके जीजा राजन सेठ ने नजदीकी चिकित्सालय में भर्ती कराया, परंतु वहां से उन्हें सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय जम्मू-कश्मीर (जीएमसी चिकित्सालय) इलाज हेतु जाने की सलाह दिया, जिस पर तत्काल सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय जम्मू में भर्ती कराया, तद्पश्चात अपने परिवार के पत्रकार संदीप सेठ जो उपज के सदस्य हैं को सुचि किया। संदीप सेठ ने इसकी जानकारी अपने प्रांतीय उपाध्यक्ष उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ जर्नलिस्ट (उपज) के अजीत नारायण सिंह को दिया, प्रांतीय उपाध्यक्ष ने तत्काल जीएमसी चिकित्सालय जम्मू के डॉ. नरिंदर सिंह भाटियाल चिकित्सा अधीक्षक से सम्पर्क कर वहां भर्ती मुन्ना सेठ का समुचित इलाज की व्यवस्था किया।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. नरिंदर सिंह भाटियाल ने बताया कि श्री सेठ को बुखार, असामान्य शारीरिक गति और आँखों का ऊपर की ओर घुमना जैसी समस्याओं के साथ अस्पताल लाया गया था, भर्ती के समय मरीज बेहोश था और हमारी चिकित्सा टीम ने उन्हें तत्परता से उपचार प्रदान किया। उनके लक्षणों का कारण निर्धारित करने के लिए पूरी जांच की गई, जिसमें बेसिक और उन्नत परीक्षणों जैसे कि सीएसएफ (Cerebrospinal Fluid) अध्ययन, सीटी स्कैन और एमआरआई शामिल हैं।
इन जांचों के आधार पर, उपयुक्त उपचार तुरंत शुरू किया गया, मरीज को इमरजेंसी विभाग में करीबी निगरानी में रखा गया और हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि उनकी स्थिति में निरंतर सार्थक सुधार हुआ है, उपचार का सकारात्मक प्रभाव पड़ा है और अब उनकी सामान्य स्थिति स्थिर है, और महज चार दिनों के अंदर डाक्टरों के टीम की कड़ी मेहनत से मुन्ना सेठ को होश आ गया। जिसके लिए परिजनों ने सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय जम्मू-कश्मीर एवं उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ जर्नलिस्ट (उपज) का आभार व्यक्त किया।