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Valentine Day : यह प्यार नहीं सिर्फ नजरों का आकर्षण है।

Valentine Day : यह प्यार नहीं सिर्फ नजरों का आकर्षण है।

आज 14 फरवरी है। यानी Valentine Day वैलेंटाइन डे,प्यार का दिन। पर क्या प्यार को किसी दायरे में बांधा जा सकता है ? नहीं। Love प्यार तो ना उम्र देखता है, ना मजहब। ना जात न पात, ना अमीर ना गरीब,ना सरहद कुछ नहीं देखता,प्यार तो बस मन देखता है।

हालांकि,प्यार Love को शब्दों में बयां करना मुश्किल है। पर फिर भी अगर Love प्यार को बयां करना हो तो, जगजीत सिंह के ग़ज़ल की यह लाइनें बिल्कुल सही है।

ना उम्र की सीमा हो, ना जन्म का हो बंधन।

जब प्यार करे कोई,तो देखे केवल मन।।

और इस बात को साबित करती ऐसी सैकड़ों मिसाले हैं। फिर चाहे वह लैला मजनू हो या शीरी फरहाद, हीर रांझा हो या रोमियो जूलियट, सोनी महिवाल हो या शाहजहां और मुमताज जिनके प्यार की निशानी ताजमहल पूरी दुनिया के लिए मिसाल है।Valentine’s Day : सदियों से प्यार करने वाले मानते रहें है “मदनोत्सव” देसी वैलेंटाइन डे।

मगर फिर भी ना जाने क्यों कुछ लोग वेलेंटाइन-डे Valentine Day सेलिब्रेट करना हमारी संस्कृति के खिलाफ समझते हैं। उनके मुताबिक यह वेस्टर्न कल्चर का हिस्सा है।और इसे सेलिब्रेट करना हमारी भारतीय संस्कृति और समाज के खिलाफ है। पर यह सही नहीं है। प्यार तो जन्मों-जन्मों से हमारी संस्कृति का हिस्सा है। इसके लिए राधा कृष्ण के प्रेम से बड़ी मिसाल और क्या हो सकती है।

लेकिन प्यार सिर्फ वह नहीं जो एक प्रेमी अपनी प्रेमिका से करता है। Love प्यार के सैकड़ों रूप और रंग है।एक मां जो अपने बच्चों से करती है, किसान अपनी फसलों से, लेखक अपनी रचनाओं से, सैनिक अपने देश से, खिलाड़ी अपने खेल से,और एक कलाकार अपनी कला से करता है। इन सब के प्यार का रूप भले ही अलग-अलग हो। लेकिन इन सब में जो एक चीज कॉमन है, वह है समर्पण और त्याग। या यूं कहें समर्पण DEDICATION और त्याग SACRIFICE का दूसरा नाम ही प्यार Love है। 

आज की पीढ़ी के अंदर से ये एहसास गायब होता जा रहा है। उसे प्यार तो चाहिए पर अपनी शर्तों पर। उसे यह समझना होगा कि सिर्फ वैलेंटाइन-डे Valentine Day के दिन हाथों में गुलाब लेकर घुटने के बल बैठकर अपने प्यार का इजहार कर देना ही काफी नहीं है। आजकल ऐसे बहुत से कपल है जो इस वैलेंटाइन-डे Valentine Day तो एक दूसरे को गुलाब देकर अपने प्यार का इजहार करते हैं। और अगला वैलेंटाइन Valentine वह किसी और के साथ मना रहे होते हैं। यह प्यार नहीं सिर्फ नजरों का आकर्षण है। यह ठीक उन सजावटी फूलों की तरह है जो देखने में तो बिल्कुल असली लगते हैं,मगर उनमें ना तो खुशबू होती है और न ताजगी।

आज की पीढ़ी जिसे प्यारLove समझ कर उसके पीछे भाग रही है। वह दरअसल सिर्फ दूसरे जेंडर के लिए उसका खिंचाव या आकर्षण है और कुछ नहीं। Girlfriend गर्लफ्रेंड या Boyfriend बॉयफ्रेंड होना आज उनका स्टेटस सिंबल है। अगर एक के साथ तालमेल नहीं बना, वह उनकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा, तो वह बिना देर किए दूसरी तरफ रुख कर लेते हैं। उन्हें खुद ही नहीं पता कि वह चाहते क्या हैं ?

Love प्यार करना गलत नहीं है। आकर्षण को प्यार समझ कर उसके पीछे भागना गलत है। अपनी शर्तों पर प्यार Love ढूंढ कर उसे हल्का बनाना गलत है। Love प्यार में ठहराव  है,गहराई है। Love प्यार किसी दिन या हफ्ते का मोहताज नहीं,जो Rose Day रोज-डे से शुरू होकर वैलेंटाइन-डे Valentine Day पर खत्म हो जाता है।

यह तो मौसम ही बसंती है। जब हमारा मन प्यार love की उमंगों से भर जाता है। गुनगुनाती सर्दी में अंगारों से दहकते पलाश के फूल मन में प्यार की गर्माहट जगाते हैं। ऐसे में बहुत मुमकिन है कि प्यार हो जाए। तो आइए खुद को इस मौसम में प्यार के रंग में रंग लें।आई लव यू I Love You इन तीन शब्दों का जादू आपको अलग ही दुनिया में ले जाएगा। तो देर किस बात की अपने वेलेंटाइन Valentine को कहिए “हैप्पी वैलेंटाइन-डे” “Happy Valentine’s Day”

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