कौन है नित्यानंद, जिसके देश की एंबेसडर ने UN में भारत के खिलाफ उगला जहर
नित्यानंद रेप (Rape) के मामले से खुद को बचाने के लिए बिना पासपोर्ट (Passport) के भारत से भागा और एक पूरा देश बसा लिया। जिसका नाम 'यूनाइटेड स्टेट ऑफ कैलासा' नाम रखा लिया। हालांकि, तब उसे गंभीरता से नहीं लिया गया। लेकिन अब उसने अपने देश के प्रतिनिधिमंडल को एक महिला की अगुवाई में संयुक्त राष्ट्र की बैठक में शामिल होने के लिए भेजा है।

रेप का आरोपी भगोड़ा नित्यानंद एक बार फिर सुर्खियों में है। भगोड़े नित्यानंद के स्वघोषित देश ‘रिपब्लिक ऑफ कैलासा’ के प्रतिनिधि संयुक्त राष्ट्र की बैठक में शामिल हुए। इस बैठक में, इसके प्रतिनिधियों ने नित्यानंद को “हिंदू धर्म का सर्वोच्च पुजारी” बताते हुए सुरक्षा की मांग की।
नित्यानंद रेप (Rape) के मामले से खुद को बचाने के लिए बिना पासपोर्ट (Passport) के भारत से भागा और एक पूरा देश बसा लिया। जिसका नाम ‘यूनाइटेड स्टेट ऑफ कैलासा’ नाम रखा लिया। हालांकि, तब उसे गंभीरता से नहीं लिया गया। लेकिन अब उसने अपने देश के प्रतिनिधिमंडल को एक महिला की अगुवाई में संयुक्त राष्ट्र की बैठक में शामिल होने के लिए भेजा है।
संयुक्त राष्ट्र जिनेवा कार्यालय में भारतीय साध्वियों जैसी वेशभूषा में एक महिला द्वारा अंग्रेजी में भाषण देते हुए वीडियो देखने के बाद पहले तो किसी को समझ नहीं आया कि महिला किस देश का प्रतिनिधित्व कर रही है। बाद में जब वह स्वामी नित्यानंद और कैलासा की बात करने लगे तो बात समझ में आई।
कैलासा की इस महिला प्रतिनिधि ने अअपना नाम मां विजयप्रिया नित्यानंद बताया है। वह कथित रूप से संयुक्त राष्ट्र में कैलासा देश की स्थायी राजदूत है। मां विजयप्रिया नित्यानंद ने बताया कि वो अमेरिका के वाशिंगटन डीसी शहर में रहती हैं और उन्हें नित्यानंद के देश कैलासा में डिप्लोमैट का दर्जा मिला हुआ है।
USK at UN Geneva: Inputs on the Achievement of Sustainability
Participation of the United States of KAILASA in a discussion on the General Comment on Economic, Social and Cultural Rights and Sustainable Development at the United Nations in Geneva
The Economic, Social, and… pic.twitter.com/pNoAkWOas8
— KAILASA's SPH Nithyananda (@SriNithyananda) February 25, 2023
आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र समिति (CESCR) की 24 फरवरी को जिनेवा में आयोजित बैठक में उसके प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया है। संयुक्त राष्ट्र की वेबसाइट पर अपलोड किए गए कार्यक्रम के वीडियो में कैलासा के प्रतिनिधियों में से एक को देखा गया है।
कैलासा का प्रतिनिधित्व कर रही महिला अपने देश में चल रहे सस्टेनेबल डेवलपमेंट को लेकर बात रख रही है। उसके प्रतिनिधियों ने यह भी कहा कि कैलाश में भोजन, आवास, कपड़े, शिक्षा और चिकित्सा देखभाल जैसी सभी बुनियादी ज़रूरतें “मुफ्त में दी जाती हैं”।
संयुक्त राष्ट्र की इस बैठक में विजयप्रिया ने भारत पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म की प्राचीन परंपराओं को पुनर्जीवित करने के लिए नित्यानंद को परेशान किया गया और यहां तक कि उनके जन्म के देश (भारत) से प्रतिबंधित कर दिया गया। प्रतिनिधि ने संयुक्त राष्ट्र के निकाय से पूछा कि नित्यानंद के उत्पीड़न को रोकने के लिए ‘राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर’ पर क्या उपाय किए जा सकते हैं?
कौन है नित्यानंद ?
नित्यानंद, जिसका असली नाम राजशेखरन है, तमिलनाडु से ताल्लुक रखता है। वह 2000 में बैंगलोर के पास एक आश्रम बनाकर प्रभावशाली बन गया। उनके अधिकांश व्याख्यान कमोबेश आध्यात्मिक नेता ओशो रजनीश के विचारों पर आधारित हैं।
नित्यानंद 2010 में तब सुर्खियों में आया था जब उसका एक अभिनेत्री के साथ आपत्तिजनक हालत में एक वीडियो वायरल हुआ था। बाद में उन पर बलात्कार का आरोप लगा और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले के अलावा उनके खिलाफ एक और रेप मामले में चार्जशीट दाखिल की गई थी।
साल 2012 में भारत में नित्यानंद के खिलाफ रेप का मामला दर्ज किया गया था। फिर नवंबर 2019 में उसके खिलाफ दो लड़कियों को अगवा कर बंदी बनाकर रखने का केस दर्ज किया गया। गिरफ्तारी के डर से नित्यानंद भाग गया। उसे फरार घोषित कर दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उसने साउथ अमेरिका के इक्वाडोर में जमीन खरीदी और उसे अपना देश घोषित कर दिया। नित्यानंद देश को ‘कैलासा’ रखा और इसे ‘हिंदू राष्ट्र’ बताया। नित्यानंद का दावा है कि यह देश दुनिया भर में सताए गए हिंदुओं की रक्षा करता है। यहां सभी हिंदू जाति, लिंग के भेद के बिना शांति से रहते हैं।