MP News : मध्य प्रदेश के लोगों के लिए अच्छी खबर है, जल्द ही मध्य प्रदेश में एक साड़ी वॉकथॉन का आयोजन किया जाएगा, जिसमें चंदेरी-माहेश्वरी और बाघ प्रिंट प्रमुखता से प्रदर्शित होंगे। खास बात यह है कि राज्य की मोहन सरकार की इस पहल को केंद्र का भी समर्थन मिलेगा। इससे मध्य प्रदेश के बुनकरों को देशभर में अलग पहचान मिलेगी।
केंद्र का मिलेगा सहयोग
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जानकारी देते हुए कहा कि राज्य की इस पहल में केंद्र सरकार भी सहयोग करेगी। इस संबंध में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने अपनी सहमति दे दी है। इसके साथ ही केंद्रीय गोयल ने राज्य में कपड़ा क्षेत्र के विस्तार और दक्षता के लिए कई कार्यों को मंजूरी दी है।
चंदेरी-महेश्वरी साड़ियाँ देश-विदेश में हैं प्रसिद्ध
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश की चंदेरी और महेश्वरी साड़ियों के अलावा टाइगर प्रिंट साड़ियां देश-विदेश खासकर विदेशों में मशहूर हैं। नर्मदा नदी के तट पर स्थित माहेश्वर की महेश्वरी साड़ी भी अपनी एक अलग पहचान रखती है। चंदेरी साड़ी की तरह महेश्वरी साड़ी भी बहुत महीन धागों से बुनी जाती है, इनकी चेक बुनाई भी लोगों में लोकप्रिय है। चंदेरी साड़ियाँ केले के छिलके के रेशों से बुनी जाती हैं। वर्क के हिसाब से एक साड़ी बनाने में दो महीने का समय लगता है। साड़ी की छपाई भी हाथ से की जाती है। इसी तरह टाइगर प्रिंट भी लोगों का ध्यान खींचता है।