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SBI Loan Rates Hike : एसबीआई से लोन लेना पड़ेगा महंगा, बैंक ने MCLR में 5 बीपीएस की कर दी बढ़ोतरी

SBI Loan Rates Hike : भारतीय स्टेट बैंक ने लाखों लोन धारकों को बड़ा झटका दिया है। दरअसल, बैंकों ने लोन की ब्याज दरों में बढ़ोतरी का ऐलान किया है, जिससे कर्जदारों की ईएमआई बढ़ जाएगी, वहीं नए ग्राहकों को महंगी दरों पर लोन लेना पड़ेगा। बैंक ग्राहकों के लिए खबर सामने आ रही है क्योंकि भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने एमसीएलआर दर में 5 बीपीएस बढ़ोतरी की घोषणा की है। बैंक की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, एमसीएलआर दर 8 फीसदी से 8.75 फीसदी के बीच रखी जाएगी। नई दरें 15 जुलाई 2023 से लागू हो चुकी है।

आरबीआई द्वारा रेपो रेट के बढ़ोतरी

हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने फैसला किया कि रेपो रेट 6.50 फीसदी होगी। इस फैसले के बाद एसबीआई ने यह भी फैसला किया कि MCLR में 5 बीपीएस की बढ़ोतरी की जाएगी।

एमसीएलआर दर में बढ़ोतरी

  • एसबीआई की वेबसाइट के मुताबिक, एमसीएलआर आधारित दरें अब 8% से 8.75% के बीच होंगी।
  • बैंक ने ओवरनाइट एमसीएलआर दर को 5 बीपीएस बढ़ाकर 7.90% से 8% कर दिया।
  • एक महीने से तीन महीने की अवधि के लिए एमसीएलआर दर 8.10% से बढ़ाकर 8.15% कर दी गई है।
  • छह महीने की एमसीएलआर 5 बीपीएस बढ़कर 8.45% हो गई।
  • अधिकांश उपभोक्ता ऋणों से जुड़ी एक साल की एमसीएलआर अब 8.50% से बढ़कर 8.55% हो गई है।
  • दो साल और तीन साल की अवधि के लिए एमसीएलआर क्रमशः 8.65% और 8.75% है।

एमसीएलआर क्या है?

एमसीएलआर वह न्यूनतम दर है जिस पर बैंक ग्राहकों को कर्ज देते हैं। बैंकों द्वारा समय-समय पर सावधि जमा पर ब्याज दरें बढ़ाई जाती हैं। आरबीआई द्वारा रेपो रेट में बदलाव के बाद बैंकों द्वारा फिक्स्ड डिपॉजिट की मांग में भी बदलाव होता है। इसके अलावा, बैंकों द्वारा ग्राहकों को विशेष सावधि जमा सुविधाएं भी प्रदान की जाती हैं। फिक्स्ड डिपॉजिट भी ग्राहकों के लिए एक अच्छा विकल्प है क्योंकि इसमें किसी भी तरह का जोखिम नहीं होता है।

लोन धारकों को क्या करना चाहिए?

गृह बंधक उधारकर्ताओं का ब्याज दर में बदलाव पर बहुत कम नियंत्रण होता है, लेकिन वे कम से कम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि उन्हें अपने ऋण पर सर्वोत्तम संभव शर्तें मिल रही हैं। ब्याज दरों में वृद्धि के कारण, अधिकांश उधारकर्ता पिछले तीन वर्षों में अपनी ईएमआई पर सबसे अधिक ब्याज दर का भुगतान कर रहे हैं। यदि आप पुराने उधारकर्ता हैं जो एमसीएलआर या आधार दर जैसी पिछली व्यवस्था के तहत भुगतान कर रहे हैं तो आपके लिए नई ईबीएलआर व्यवस्था पर स्विच करना एक स्मार्ट विचार होगा। ऐसा इसलिए ताकि आप तेजी से ब्याज दर में कटौती का लाभ उठा सकें।

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Tauheed Raja

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