Ujjain Airport & Helipad : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देशन में उज्जैन को हवाई मार्ग से जोड़ने के प्रयास तेजी से शुरू हो गये हैं। इसी क्रम में उज्जैन में देवास रोड स्थित दताना मताना हेलीपेड का विस्तार किया जा रहा है। इसके अलावा सदावल में नया हेलीपैड बनाने की तैयारी चल रही है। इसको लेकर भूमि अधिग्रहण मूल्यांकन का काम शुरू हो गया है।
एयरपोर्ट के लिए 200 हेक्टेयर जमीन की जरूरत
मुख्यमंत्री बनने के बाद डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन को हवाई मार्ग से जोड़ने के लिए हवाई अड्डे के निर्माण की घोषणा की। इसका क्रियान्वयन अब शुरू हो गया है। उज्जैन संभागायुक्त डॉ. संजय गोयल, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने हवाई पट्टी का दौरा किया। फिलहाल 37 हेक्टेयर जमीन पर हवाई पट्टी है, जबकि एयरपोर्ट के लिए 200 हेक्टेयर जमीन की जरूरत है। इस प्रकार अधिग्रहण के लिए 160 हेक्टेयर से अधिक भूमि का मूल्यांकन किया जा रहा है।
सदावल में नया हेलीपैड बनाया जाएगा
उज्जैन एयरपोर्ट बनने के बाद वीआईपी लोगों का आना-जाना तेज हो जाएगा। साथ ही यहां रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। दताना में एयरपोर्ट बनाने के अलावा उज्जैन के बाद सदावल में भी एयरपोर्ट बनाने की योजना है। यहां भी भूमि अधिग्रहण का मूल्यांकन किया जा रहा है। सदावल में सरकारी जमीन भी है। इस प्रोजेक्ट के लिए डीपीआर तैयार की जा रही है।
उज्जैन में रात्रि लैंडिंग और टेकऑफ़ की नही है व्यवस्था
वर्तमान में हवाई मार्ग से हेलीकाप्टर और छोटे विमान से उज्जैन पहुंचा जा सकता है। लेकिन रात के समय यहां लैंडिंग और टेकऑफ की कोई सुविधा नहीं है। मुख्यमंत्री बनने के बाद डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने के लिए हवाई मार्गों को मजबूत करने के प्रयास शुरू किये।