Singrauli News : कोयला खनन के लिए पूरे भारत में मशहूर सिंगरौली के मोरवा कस्बे को खाली कराने की तैयारी चल रही है, जिसके लिए सरकार ने राजपत्र भी जारी कर दिया है। सिंगरौली जिले के गठन से पहले मोरवा को मुख्य शहर माना जाता था सिंगरौली जिले के गठन के बाद बैढ़न को जिला मुख्यालय बनाया गया है जहां कलेक्टर एसपी सहित जिले के सभी मुख्य कार्यालय कार्यरत हैं। इसके अलावा सिंगरौली के मोरवा कस्बे के आसपास कोयला खनन करने वालों की कई कॉलोनियां विकसित हो गई हैं।
राज्य पत्र अधिसूचना जारी
भारत सरकार के कोयला मंत्रालय द्वारा जारी राज्य पत्र अधिसूचना में कहा गया है कि अब अधिग्रहण और विकास अधिनियम, 1957 की धारा 7 की उप-धारा (1) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, केंद्र सरकार एतद्द्वारा घोषणा करती है कि अनुसूची लगभग 273.91 हेक्टेयर या 676.83 एकड़ भूमि की माप और ऐसी भूमि का अधिग्रहण और उस पर सभी अधिकार।
जिले के 4 कस्बो को हटाने की प्रकिया शुरू
शासन द्वारा जारी राजपत्र में सिंगरौली जिले के पाँच कस्बों को हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सिंगरौली जिले में मेढौली 5.68 हेक्टर, पंजरेह 296.05 हेक्टर, चटका 113.36 हेक्टर, झिंगुरदहा 4.00 हेक्टर, चूरीदह 9.00 जमीन हेक्टर के अधिग्रहण की तैयारी शुरू हो गई है। अब सिंगरौली जिले के ये शहर कोयला खदानों में तब्दील हो जायेंगे।